RSS मुख्यालय और मोहन भागवत को उड़ाने की धमकी देने वाले किसान नेता अरुण वनकर के खिलाफ मामला दर्ज

बैतूल,डेस्क रिपोर्ट। सोमवार को दिल्ली के किसान आंदोलन (farmers Protest) में शामिल होने जा रहे हैं महाराष्ट्र राज्य किसान महासभा के महासचिव अरुण वनकर ने मुलताई में किसान सभा को संबोधित करते हुए कृषि बिल (Agriculture bill) की खामियां गिनाई, साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय (RSS Headquarter) और सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) को उड़ाने की धमकी दे डाली थी। इसके साथ ही किसान नेता ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तुलना हिटलर (Hitler) से भी की थी। किसान नेता के इस विवादित बयान के बाद उन पर बैतूल कोतवाली ने मामला दर्ज कर लिया है। बैतूल पुलिस ने भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य शुक्ला की शिकायत पर किसान नेता अरुण बनकर के खिलाफ धारा 505,506 और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

इस पूरे मामले को लेकर बैतूल कोतवाली के टीआई संतोष कुमार पन्द्रे  ने कहा कि किसान नेता अरुण वनकर (Farmer Leader Arun Vankar) के विवादित बयान के खिलाफ भाजपा जिला अध्यक्ष (BJP District President) आदित्य शुक्ला ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर देर रात उनके खिलाफ धारा 505 और 506 के साथ अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। टीआई आगे बताते हैं कि किसान नेता के विवादित बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।