भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र (Madhya Pradesh assembly session) टलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (sivraj singh chauhan) ने विधायकों (MLAs) से वन टू वन चर्चा की। यह चर्चा साढे 5 घंटे चली। जिसमें उन्होंने विधायकों की समस्याओं को सुना और कार्रवाई के आश्वासन दिए। मुख्य रूप से सीएम शिवराज (cm shvraj) के साथ विधायकों की यह चर्चा जिले के विकास और आगामी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर हुई।
दरअसल साढे 5 घंटे की अवधि में उन्होंने कुल 64 विधायकों से मुलाकात की एक तरफ जहां उन्होंने कांग्रेस (congress) और सपा (sp) विधायक से विकास योजना में बढ़-चढ़कर भागीदारी की बात कही। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी विधायकों से नगरीय निकाय चुनाव में अपना पूरा ध्यान क्षेत्र के विकास में लगाने को कहा।
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विधायक से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूछा कि किसी भी प्रशासनिक काम में दिक्कत तो नहीं आ रही है। अधिकारी अपनी काम पूर्ण लगन से कर रहे हैं। इसके साथ ही साथ सीएम शिवराज ने विधायक से कहा कि निकाय चुनाव में महापौर, अध्यक्ष तथा पार्षद प्रत्याशियों को जिताने की जिम्मेदारी विधायकों की होती है। इसलिए स्थानीय स्तर पर पदाधिकारियों से सामंजस्य बिठा के उचित प्रत्याशियों का चयन में भूमिका निभाए और अपने क्षेत्र के नगरीय निकाय चुनाव में अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित करें। इसलिए अपने क्षेत्र की स्थिति का आंकलन करें और दिक्कत आने पर सूचित करें।
वही विधायकों से वन टू वन चर्चा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासनिक फीडबैक लिया। इसके साथ ही साथ कोरोना के समय दी गए राशि के बारे में भी चर्चा की। इसके अलावा विधायकों की समस्याएं सुनने के बाद उन्होंने आश्वासन दिया है कि सभी कार्य को पूर्ण किया जाएगा।