भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने भोपाल (Bhopal) के मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निकायों को ‘स्वच्छता सेवा सम्मान पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया और स्वच्छता सेनानियों से संवाद किया। इस दौरान सीएम (CM) ने कहा हम एक संकल्प लें कि प्रदेश ग्रीन और क्लीन बने और माफिया मुक्त बने। हम माफिया मुक्त अभियान चला रहे हैं। शहरों की साफ-सफाई के साथ-साथ शहर से गुंडे-माफियाओं की भी सफाई जरूरी है|
मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) गत कई वर्षों से देश में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण में हमारा इंदौर शहर गत 04 वर्षों से लगातार भारत का स्वच्छतम शहर चुना जा रहा है। इसके साथ ही हमारे अन्य नगरीय निकाय भी स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बन रहे हैं। हम सब मिलकर संकल्प लेते हैं कि हम मध्यप्रदेश को स्वच्छता के सभी घटकों में नं-1 बनाएंगे। उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों के लिए मैं मुख्य रूप से सभी सफाई कर्मियों को बधाई देता हूँ तथा उनका अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल आने वाले प्रदेश के इंदौर, भोपाल, उज्जैन, सागर, जबलपुर सहित कई नगरीय निकायों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सागर, सिंगरौली एवं इंदौर नगर निगम के सफाई कर्मियों से बातचीत कर पूछा कि उन्होंने किस तरह अपने नगरीय निकाय को अव्वल बनाया। सागर की सुश्री राजकुमारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे सुबह से ही सफाई के काम में लग जाती थीं और शाम तक अपनी टीम के साथ लगी रहती थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूरी टीम को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने दी स्वच्छता की प्रेरणा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता के महत्व को पहचाना। उन्होंने स्वयं भी झाड़ू पकड़ी और दूसरों को भी पकड़ाई। स्वच्छता के इस अभियान से आज दुनिया में भारत की अलग पहचान बनी है। स्वच्छ, सुंदर, स्वस्थ भारत। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता में ही ईश्वर का निवास है। स्वच्छता से ही स्वास्थ्य है, समृद्धि है तथा सुख है।
मैं भी सफाईकर्मी हूँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें हर क्षेत्र में प्रदेश को स्वच्छ बनाना है। स्वच्छ परिवेश, मिलावटहीन स्वच्छ खाद्य सामग्री, गुंडों एवं बदमाशों से रहित स्वच्छ प्रदेश। मैं मध्यप्रदेश से मिलावटखोरी, अपराधों आदि की गंदगी को मिटा दूंगा। मैं भी एक सफाईकर्मी हूँ। सीएम ने कहा इंदौर स्वच्छता में नंबर वन है, लेकिन अब अन्य शहरों को भी इंदौर की बराबरी करने और उससे आगे निकलने की कोशिश करनी होगी। यह स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है, हम सबको इसमें भागीदार बनना होगा। मध्यप्रदेश को देश में नंबर वन बनाना है। शहरों के नाले-नालियां साफ-सुथरे ही नहीं, बल्कि ढंके भी रहने चाहिए।
मप्र में लव जिहाद नहीं चलने दूंगा
प्रेम की आड़ में कुछ लोग बेटियों को बहला-फुसलाकर उनकी जिंदगी खराब करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। धर्मांतरण का कुचक्र चला रहे हैं, ऐसे लोगों से भी प्रदेश को मुक्त करना है। मध्यप्रदेश में लव जिहाद को नहीं चलने दूंगा। शहर की स्वच्छता के साथ रोजगार भी जरूरी है। गरीबों को कहीं हटाने से पहले उनकी रोजी-रोटी के लिए स्थान सुनिश्चित कर दिया जाये। शहरों में गरीबों के लिए इतने स्थान होने ही चाहिए कि हर गरीब को घर मिल सके।