भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मंदसौर में जहरीली शराब से मौत के बाद मुद्दा गर्मा गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रालय में अवैध शराब की रोकथाम के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में सीएम ने जहरीली शराब बनाने और बेचने को संगीन अपराध की श्रेणी में रखने और कठोरतम दंड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में कहा गया कि प्रदेशभर में अवैध शराब के खिलाफ तत्काल प्रभाव से अभियान शुरू किया जाए। वहीं अवैध शराब के उत्पादन, व्यापार पर नियंत्रण के उपायों पर कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश दिए गए। इसी के साथ प्रदेश में राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल का उपयोग अवैध शराब के व्यवसाय को रोकने के लिए किया जाए, इस संबंध में भी विचार किया गया। सीएम शिवराज ने कहा कि मंदसौर के ग्राम खकरई में हुई घटना के दोषियों को किसी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच के लिए गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच दल गठित कर दिया है। राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और घटना के समग्र पहलुओं की जांच के लिए विशेष जांच दल बनाया गया है। मध्यप्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा इस मामले में जांच दल के अध्यक्ष होंगे और दो अन्य आईपीएस एडीजी पुलिस सतर्कता जीपी सिंह और एम एस सिकरवार आईजी रेल भोपाल इसके सदस्य होंगे। जांच दल घटना के समग्र पहलुओं की जांच करके अपनी जांच राज्य सरकार को सौंपेगा जिसके बाद में कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में अवैध शराब की रोकथाम के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में सीएम ने जहरीली शराब बनाने और बेचने को संगीन अपराध की श्रेणी में रखने और कठोरतम दंड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। pic.twitter.com/igkprD91Gj
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) July 27, 2021