नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देशभर के कोरोना कहर के बीच बीते दिनों केरल कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री बालाकृष्ण पिल्लई का निजी अस्पताल में सोमवार की सुबह निधन हो गया है 86 वर्ष के थे। वही अपने गृहनगर कोत्तरक्करा के एक निजी अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों का इलाज कराते हुए पूर्व मंत्री पिल्लई ने सोमवार की सुबह अंतिम सांस ली। वहीं उनके निधन की खबर से पार्टी में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
पूर्व मंत्रीबालाकृष्ण पिल्लई कांग्रेस से जुड़ने से पहले स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्य भी रहे थे। वही 1958 से 64 तक उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य के रूप में जीवन बिताए। बता दें कि 1960 में 25 वर्ष की उम्र में आर बालाकृष्णन पिल्लई पठानपुरम सीट से विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। हालांकि 1964 में उन्होंने कॉन्ग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और वरिष्ठ नेता के जार्ज के साथ मिलकर केरल कांग्रेस बी का गठन किया था।
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इसके बाद 1971 में वह संसदीय क्षेत्र मालवेरीकरा से लोकसभा के लिए चुने गए जहां कई साल वह विभिन्न मंत्रालय के मंत्री भी रहे थे। पिल्लई केरल के पहले ऐसे मंत्री थे जिन्हें भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाना पड़ा था। वही उम्र संबंधित बीमारियों के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया ।था जहां एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली है।