Farmer’s Protest : किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरेगी Congress पार्टी, रखेगी उपवास

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देश में लागू कृषि बिल (Agriculture bill) के खिलाफ किसानों (Farmers) द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है। जो दिन-ब-दिन बढ़ता दिखाई दे रहा है। मध्यप्रदेश में एक ओर जहां बीजेपी (BJP) किसान बिल को लेकर जाकरूकता अभियान चला रही है, वहीं दूसरी तरफ अब प्रदेश कांग्रेस (COngress) ने भी किसानों का साथ देने का ऐलान कर दिया है। बीजेपी द्वारा लगातार प्रदेश कांग्रेस पर किसानों को बरगलाने का आरोप लगाया जा रहा था, जिसके बाद अब प्रदेश कांग्रेस (Congress) ने खुले तौर पर किसानों का साथ देते हुए किसान बिल के विरोध (Farmer’s Protest against bill) में सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया है। फिलहाल अभी तक प्रदेश कांग्रेस ने किसी भी तरह के आंदोलन और कार्यक्रम की तारीख तय नहीं की है। ये सभी जानकारी कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरीए दी है।

किसान हो रहा प्रताड़ित

कृषि बिल को लेकर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी (Former Minister Jitu Patwari) ने बताया कि पूरे देश में कृषि बिल (Agriculture Bill) के विरोध में किसान आक्रोशित है। पूरे भारत की अर्थव्यवस्था (Economy) चौपट होने वाली है, क्योंकि भारत का किसान (Farmers) प्रताड़ित हो रहा है। इसके बाद भी सरकार किसानों को केवल आश्वासन दे रही है, लेकिन लिखित तौर पर देने के लिए सामने नहीं आ रही है। आगे विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि ऐसे में मालूम होता है कि भारत सरकार की नीयत ठीक नहीं है। आज पूरे देश के अन्नदाता सड़कों पर है।

पीएम ने किसानों की आय दोगुनी करने का किया था वादा

जीतू पटवारी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से वादा किया था कि वे 2022 तक उनकी आय दोगुनी कर देंगे। साथ ही कहा था कि किसानों की लागत और मेहनत का 50 प्रतिशत समर्थन मूल्य सरकार अपनी ओर से देंगे। जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में अपनी सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी किसानों को अपना भगवान बताते हुए कहा था कि वे 2020 तक किसानों की आय दोगुनी करेंगे।

 

अपने वादे से हट रही बीजेपी सरकार

पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि अब बीजेपी अपने वादों से हटते हुए अलग तरह की बात कह रही है। वहीं कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा किसानों के संगठन को बिचौलियों का संगठन कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक मंत्री ने किसानों को जूते तक मारने की बात कही थी। जिस पर जीतू पटवारी ने कहा कि ऐसे मंत्रियों को अपनी मानसिकता पर शर्म करना चाहिए, जिन किसानों की वजह से हमारा पेट भरता है, आज व्यापारियों को लाभ देने की मंशा से उन्ही किसानों के लिए ऐसे शब्दों का उपयोग कर रहे है।

सीएम शिवराज पर बोला हमला

जीतू पटवारी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कृषि कानून के माध्यम से सरकार मंडियों को बंद करना चाह रही है। वहीं उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जिन मंडियों से पहले 600 करोड़ रुपए की आय होती थी, वहां अब केवल सवा दो सौ करोड़ रुपए की ही आय हो रही है। मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार ने कहा था कि वो समर्थन मूल्य पर अनाज की खरीदी करेंगे, लेकिन उनका यह दावा झूठ और जुमलेबाजी निकली।

कृषि कानून के चलते गरीबों का छीन जाएगा राशन

इस दौरान पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में किसानी 70 से 80 फीसदी होती है और पूरे देश में संचालित उद्योग धंधे भी इससे जुड़े हुए है। पीसी शर्मा ने कहा कि जब प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनी थी तो उन्होंने किसानों का ऋण माफ करते हुए कहा था कि, ‘हमने किसानों का कर्ज माफ कर एहसान नहीं किया, बल्कि यह किसानों का हक है.’ इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे भारत में आधे से ज्यादा लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे है, जो बीपीएल कार्डधारी है। इस कानून के चलते उन गरीबों का राशन छीन जाएगा और महंगाई एक बड़ी परेशानी बन जाएगी। आगे उन्होंने कहा कि छोटा व्यापारी प्राइवेट मंडियां नहीं बना सकती है, वहीं बड़े-बड़े उद्योगपति खुद को अंबानी-अंडानी बना सकते हैं. इन्हीं उद्योगपतियों का मत होगा कि सरकारी मंडियां बद हो जाए।

कृषि मंत्री किसानों से मांगे माफी

बीते दिनों कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग कर उनका अपमान किया था। जिसमें उन्होंने किसानों के संगठनों की तुलना कुकरमुत्ते से की है। साथ ही किसान संगठनों को बिचौलियों का संगठन और देशद्रोही कहा है। इस बयान को लेकर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि इसके लिए कृषि मंत्री को किसानों से माफी मांगनी चाहिए।

सीएम को भी मांगनी चाहिए मांफी

वहीं कुछ समय पहले प्रोटेम स्पीकर ने किसानों द्वारा आत्महत्या करने पर कहा था कि, ‘सब्सिडी चाटने वाले किसान मरते हैं।’ वहीं पीसी शर्मा ने साध्वी प्रज्ञा पर भी हमला बोलते हुए कहा कि प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को संत कहा और किसानों को आंतकवादी कह रही है। ऐसे बयानों के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी माफी मांगनी चाहिए।

किसानों के समर्थन में उतरेगी कांग्रेस पार्टी

कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि ‘बीजेपी कांग्रेस पर किसानों को बरगलाने का आरोप लगा रही है। अब कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी और किसानों के समर्थन में आंदोलन करेंगी। कांग्रेस किसानों को समझाएंगी कि, देश में मोदी इंडिया कंपनी चल रही है।’ इस दौरान पीसी शर्मा ने कहा कि किसानों की मांगों को लेकर हम पूरी ताकत के साथ आंदोलन करेंगे, साथ ही किसानों के साथ कांग्रेस उपवास भी रखेंगी।

 


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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