इंदौर, आकाश धोलपुरे
मध्यप्रदेश के इंदौर में अपराधों के मामले के बढ़ते ग्राफ को रोकने की कोशिश में अब पुलिस तेजी से काम करने की कोशिश कर रही है।। दरअसल, लॉक डाउन की समाप्ति के बाद इंदौर में चोरी , लूट और हत्या की वारदातों में तेजी आ गई थी जिसका अंदेशा पुलिस प्रशासन ने भी जताया था लेकिन अब पुलिस हर मामले की पड़ताल में पहले ज्यादा गंभीरता और तेजी से काम कर रही है
इसी का परिणाम है दो दिन पहले इंदौर के पलासिया थाना क्षेत्र में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या का पर्दाफाश क्राइम ब्रांच और पलासिया पुलिस ने महज 36 घण्टे में कर दिया है। 22 तारीख को हुई घटना के बाद हत्या के मामले में क्राईम ब्रांच इंदौर व थाना पलासिया पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुये मनोरमागंज में हुए गार्ड रामबाबू राजपूत के अंधेकत्ल का 36 घण्टे के अंदर खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी भी सिक्यूरिटी गार्ड है और वह मृतक का दोस्त था। पुलिस की माने तो लॉक डाउन दौरान मृतक ने आरोपी महेश कैथवास से 7 हजार रुपए उधार लिए थे और रूपयों के लेन देन को लेकर हुई कहासुनी में आरोपी महेश केथवास ने डंडे व चाकू से वार कर रामबाबू की हत्या कर डाली। मृतक उधारी के रूपये लौटाने से इनकार कर रहा था इंकार जिसके बाद हुए विवाद में आरोपी ने अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया। बता दे कि पूर्व से परिचित थे आरोपी व मृतक सेक्युरिटी गॉर्ड का काम करते थे।