नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। दिल्ली हाईकोर्ट (delhi high court) ने अस्पतालों (hospital) में ऑक्सीजन (oxygen) की कमी को लेकर तल्ख टिप्पणी की है। हाईकोर्ट ने कहा है कि यह कोरोना की दूसरी लहर नहीं बल्कि सुनामी है और केंद्र (central) से पूछा है कि मई में जब इसकी पीक आएगी। उसके लिए तैयारी कैसी है।
शनिवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने कोरोना के बढते संक्रमण पर चिंता जताई। दरअसल हाईकोर्ट के पास पांच निजी अस्पताल पहुंचे थे और उन्होंने ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट से कहा कि हमें मरीजों को डिस्चार्ज करना होगा क्योंकि हमारे पास ऑक्सीजन की कमी है और वह कभी भी खत्म हो सकती है।
Read More: फिर सुर्खियों में मप्र का ये गांव, बना मिसाल, सीएम शिवराज ने ट्वीट कर की सराहना
जिसके चलते कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। शुक्रवार की शाम दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते 25 मरीजों की मौत हो गई थी। जिसके बाद वहां पर मरीज के परिजनों ने हंगामा कर दिया था। अस्पतालों ने यह भी मांग की कि हमारे यहां पुलिस सुरक्षा दी जाए क्योंकि अब कानून और व्यवस्था की स्थिति अस्पतालों में भी बिगड़ रही है।
दिल्ली सरकार ऑक्सीजन टुकड़ों में भेज रही है। जिसके कारण ऑक्सीजन की कमी हो रही है। केंद्र सरकार ने हाई कोर्ट में कहा कि बहुत ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है। हालांकि केसे बढ़ सकते हैं लेकिन हम लगातार इस पर नियंत्रण की कोशिश कर रहे हैं।