भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में एक बार फिर से बिजली बिल (electricity bill) बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। जुलाई में घरेलू बिजली दर (domestic electricity rate) में 8 फीसद की बढ़ोतरी की जा सकती है। इसका सीधा सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा। जिससे घरों में पहुंचने वाले 200 यूनिट के बिल के लिए अब 145 रुपए और बढ़कर बिजली बिल (electricity bill) आ सकते हैं।
बता दें कि जबलपुर हाई कोर्ट द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिजली की दर तय करने पर लगी रोक हटा दी गई है। जिस पर हाई कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के बाद अब राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा नया टैरिफ लागू करने की तैयारी की जा रही है। साथ ही प्रदेश में पहली बार होगा जब 6 महीने के अंदर दूसरी बार बिजली बिल की दरों में बढ़ोतरी की जाएगी।
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ज्ञात हो कि राज्य शासन द्वारा इससे पहले जनवरी में बिजली दरों में बढ़ोतरी की गई थी। जहां बिजली की दरों में 1.98% की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। इसके बाद एक बार फिर से राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा वार्षिक राजस्व करोड़ों का घाटा दर्शाकर घरेलू बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया था।
इसके बाद हाईकोर्ट में लगी रोक के हटने के बाद अब बिजली कंपनियों ने 2,629 करोड़ रुपये घाटे की भरपाई के लिए अब MP में बिजली के दाम 8.32% तक बढ़ाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए विद्युत नियामक आयोग से बिजली की दरों में 8.32% फीसद की बढ़ोत्तरी के लिए प्रस्ताव तैयार किया है।
प्रस्तावित वृद्धि के तहत सिंगल फेस 3 किलोवाट के नए बिजली कनेक्शन के लिए वर्तमान में 600 चुकाने पड़ते हैं, जबकि नई प्रस्तावित दरों के तहत 1220 रुपये चुकाने पड़ेंगे। थ्री फेस 5 किलोवाट मीटर कनेक्शन के लिए फिलहाल 1800 रुपये का शुल्क लगता है। वहीं, नये प्रस्ताव के तहत 3200 रुपये चुकाने होंगे। थ्री फेज 10 किलोवाट की बिजली कनेक्शन के लिए वर्तमान में 4800 रुपये का शुल्क लगता है। वहीं, नये प्रस्ताव के तहत अब 8400 रुपये तक चुकाने होंगे।