भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अपनी कार्यशैली से अलग पहचान रखने वाले प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) औचक निरीक्षण में ज्यादा विश्वास करते हैं। इसी क्रम में वे अचानक सारणी ताप विद्युत केंद्र (Sarani Thermal Power Station) पहुँच गए। वे गंदगी देखकर भड़क गए और उन्होंने अफसरों को फटकार लगाते हुए खुद टॉयलेट साफ़ किया। मंत्री को जब ये शिकायत मिली कि आउट सोर्स कर्मचारियों (Outsource Employees) को निर्धारित दर से कम वेतन दिया जा रहा है तो उन्होंने ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर करवाकर जाँच के निर्देश दिए ।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मंगलवार को अचानक बैतूल जिले के सारणी ताप विद्युत केंद्र पहुंच गए। मंत्री के अचानक पहुँचने से अधिकारियों के हाथ पाँव फूल गए। मंत्री जी ने तत्काल ताप विद्युत केंद्र का निरीक्षण करने के लिए कहा र अधिकारियों के साथ निरीक्षण पर निकल गए। इस दौरान उन्हें पता चला कि यहाँ काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों को निर्धारित दर से कम वेतन मिलता है तो नाराजगी व्यक्त करते हुए दोषी ठेकेदारों पर एफआईआर के निर्देश दिए और एफआईआर के बाद इसकी जांच के निर्देश दिए। मंत्री श्री तोमर को मालूम चला कि कुछ समय पूर्व प्लांट से पाइप चोरी कर लिए गए थे। जिसके बाद मंत्री ने उक्त प्रकरण की विभागीय जांच कर 7 दिवस के अंदर उनके समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा ।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि विद्युत केंद्र में किसी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वे जब निरीक्षण कर रहे थे तो उन्हें टॉयलेट्स में बहुत गंदगी दिखाई दी. उन्होंने अधिकारियों से नाराजी टॉयलेट्स को साफ़ किया और भविष्य में यहाँ गंदगी नहीं रहने के निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री ने ताप विद्युत केंद्र में पावर जनरेशन के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। ऊर्जा मंत्री ने ताप विद्युत केन्द्र की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने बांध क्षेत्र में जल कुम्भी की सफाई कराने के निर्देश भी दिये। इस दौरान मुख्य अभियंता राजीव श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।