भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) और बिहार (Bihar) में अपनी सरकार स्थापित करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) अब ममता (Mamta) के गढ़ में धावा बोलने को तैयार है। जिसके लिए बीजेपी ने फार्मूला 23 (Formula 23) तैयार किया है। खास बात यह है कि फॉर्मूला 23 में मध्य प्रदेश के 3 बड़े नेताओं को शामिल किया गया है। बंगाल चढ़ाई के लिए कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) के अलावा केंद्रीय कमेटी ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल (Union Minister Prahlada Patel) को बड़ी जिम्मेदारी दी है।
दरअसल पार्टी ने बंगाल के 23 जिलों में जीत दर्ज करने के लिए पहले 5 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की थी। जिसके बाद अब इसकी संख्या को 12 कर दिया गया। इसके साथ ही साथ बंगाल में चुनाव (Bengal election) को बीजेपी के पक्ष में करने के लिए सात अन्य नए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। जिसमें केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल (Prahlad Patel) और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को जगह दी गई है।
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय पर्यवेक्षक बने प्रहलाद पटेल पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के पसंद माने जाते हैं जबकि गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का भरोसा नरोत्तम मिश्रा पर बना हुआ है। ज्ञात हो कि प्रह्लाद इससे पहले मणिपुर (Manipur) के चुनावी प्रभारी भी नियुक्त किए गए थे जहां विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की थी। जबकि मध्यप्रदेश में नरोत्तम मिश्रा का उपचुनाव के समय काफी दबदबा रहा जिसके बाद उनकी नियुक्ति बंगाल चुनाव को जीतने के लिए की गई है।
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बता दें कि यह सभी पर्यवेक्षक बंगाल में भाजपा के संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ चुनाव संबंधी तैयारियों का आकलन भी करेंगे और साथ ही साथ जनता से संपर्क भी करेंगे। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के किले को भेदने के लिए भाजपा ने 294 सीटों में से 200 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। जिसके लिए फार्मूला 23 का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही 12 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है जो बंगाल के अलग-अलग इलाके में जनसंवाद कर संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे।
7 नए पर्यवेक्षकों में से मध्य प्रदेश से प्रहलाद सिंह पटेल और नरोत्तम मिश्रा की नियुक्ति बंगाल चुनाव के लिए की गई है। इसके अलावा झारखंड से अर्जुन मुंडा, गुजरात से मनसुख मंडपिया, उत्तर प्रदेश से संजीव बालियान और केशव प्रसाद मौर्य की नियुक्ति बंगाल चुनाव के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने की है। इसके साथ ही साथ राजस्थान से गजेंद्र सिंह शेखावत को भी जगह दी गई है। जबकि इससे पहले सुनील देवधर, विनोद सोनकर, विनोद तावडे, अमित मालवीय सहित दुष्यंत गौतम को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था।
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वही मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पश्चिम बंगाल के दौरे के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी बंगाली समाज को एकजुट कर ममता सरकार पर धावा बोलने की तैयारी में लगे हुए हैं। इसके लिए उन्होंने जया भादुरी की मां से भी मुलाकात की थी। इसके साथ ही साथ 14 दिसंबर को भोपाल के भोजपुर क्लब में आयोजित बंगाली समाज के बैठक में शामिल हुए थे। वहीं तूर्णमुल कांग्रेस के खिलाफ प्रचार अभियान के लिए एक स्पेशल ट्रेन बंगाली समाज के लोगों को लेकर बंगाल जाने की तैयारी में भी है।
इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय लगातार बंगाल दौरे पर है और चुनावी तैयारी का जायजा ले रहे हैं। वहीं बीते दिनों उन पर हमला भी किया गया था। जिसका आरोप कैलाश विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगाया था। बता दे कि बंगाल चुनाव में नियुक्त 12 पर्यवेक्षकों को फीडबैक सहित सारी रिपोर्ट की जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को देनी होगी।