सरकार का बड़ा फैसला, मंडी समितियों के कर्मचारी अब होंगे मंडी बोर्ड के कर्मचारी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| प्रदेश की 259 कृषि उपज मंडियों में पिछले दिनों हुई हड़ताल के बाद सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर बड़ा फैसला लिया है| प्रदेश की सभी मंडी समितियों के कर्मचारी अब मंडी बोर्ड के कर्मचारी होंगे। सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों की पेंशन की टेंशन भी खत्म। आरक्षित निधि में 200 करोड़ रुपए का फण्ड पेंशन के लिए रहेगा। कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) की अध्यक्षता में मध्यप्रदेश राज्य कॄषि विपणन बोर्ड (Madhya Pradesh State Agricultural Marketing Board) की 135वीं बैठक में मंडी बोर्ड के कर्मचारियों को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए हैं|

दरअसल, मॉडल एक्ट, मंडी समिति के कर्मचारियों के संविलियन समेत अन्य मांगों को लेकर मंडी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे| हालाँकि सरकार के आश्वासन पर कर्मचारी काम पर लौट आये| कृषिमंत्री ने उनकी मांगों पर 15 दिन के भीतर फैसले लेने का आश्वासन दिया था| जिसके बाद गुरूवार को कृषि मंत्री श्री पटेल ने बोर्ड की बैठक में प्रदेश की सभी मंडी समितियों के कर्मचारियों को मंडी बोर्ड के कर्मचारी बनाए जाने की स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने इसके लिये आवश्यक औपचारिकताओं को पूर्ण करने के लिए समग्र प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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