इंदौर, आकाश धोलपुरे। भले ही सरकार द्वारा सरकारी महिला कर्मचारियों को प्रसूति के लिए 6 माह का अवकाश दिया जाता है लेकिन इंदौर में कार्य के प्रति निष्ठा और लगन का अनूठा उदाहरण निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने दिखाया है। प्रसूति के एक घण्टे पहले तक काम करने वाली निगमायुक्त प्रतिभा पाल 11 दिनों के प्रसूति अवकाश के बाद दोबारा काम पर लौट आई है। सिर्फ 11दिन बाद काम पर लौटी निगम आयुक्त के काम के प्रति जज्बे को देखकर साथी अधिकारी भी हैरत में पड़ गए।
आज सुबह से ही निगमायुक्त ने मैदानी मोर्चा संभाला और मातहत अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्य के संबंध में निर्देश भी दिए। बता दे कि प्रसूति अवकाश के दौरान 11 दिनों में फ़ोन के जरिये वो अधिकारियों से संपर्क कर स्वच्छता और विकास कार्यो का जायजा लेती रही थीं। सुबह काम पर लौटी निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने सुबह नगर निगम के जोन क्रमांक 18 के अंतर्गत आने वाले वार्ड क्रमांक 51 और 52 का दौरा किया ।
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इस दौरान नाला टैपिंग के कामों के साथ ही साथ सफाई व्यवस्था और सार्वजनिक सुविधा घर की व्यवस्थाओं को भी देखा। इस दौरे में अपर आयुक्त संदीप सोनी तथा स्वास्थ्य अधिकारी संदीप पाटौदी उनके साथ थे। बता दे कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा भेजी जाने वाली टीम इंदौर दौरे पर आने वाली है।
ऐसे में किसी भी प्रकार की कोताही न हो इसलिये निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने घर पर रहकर आराम करने की बजाय इंदौर को नम्बर 1 पर काबिज रखने के लिए मैदान संभाल लिया है। फिलहाल, निगमायुक्त के इस कदम से उन कर्मचारियों व अधिकारियों को इस बात की सीख मिल रही है जो काम से जी चुराते है और अनावश्यक भी अवकाश लेकर वर्किंग सिस्टम की रफ्तार को धीमा कर देते है।