इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के इंदौर (indore) में बड़ा मामला सामने आया है। जहां सदर बाजार थाने के 2 सिपाही (police) द्वारा एक व्यक्ति को शराब तस्करी का आरोपी बता कर पीटा गया है। इतना ही नहीं रिहाई के लिए उस व्यक्ति से 1 लाख की वसूली की गई है। जिसके बाद शनिवार को पुलिस ने दोनों सिपाही को हिरासत (arrest) में ले लिया है।
बता दें कि मामला इंदौर जिले का है। जहां सदर बाजार थाना के सिपाही लक्की चौधरी (lucky chaudhary) और कमल ने साथ ही शाहिद और महेंद्र की मदद से एक व्यक्ति प्रतीक बगाड़े का अपहरण किया। वहीं पुलिस चौकी में बंधक बनाकर प्रतीक बगाड़े को पीटा गया और रिहाई के लिए 1 लाख की मांग की गई। इस मामले में प्रतीक का कहना है कि घटना शुक्रवार रात की है।
जहां आरोपित साहिल ने प्रतीक के दोस्त कन्हैया को कॉल करके उसे शराब की बोतल की मांग की। जिसके बाद कन्हैया ने प्रतीक को इस बारे में बताया और दोनों ने एमजी रोड स्थित शराब दुकान से शराब खरीदी। इसके बाद इंद्रप्रस्थ टावर के समीप खड़े होते ही सिपाही लकी और कमल द्वारा दोनों युवकों को पकड़ने की कोशिश की गई। जिसमें कन्हैया तो घबराकर भाग गया लेकिन प्रतीक पकड़ा गया।
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वह दोनों सिपाही लकी चौधरी और कमल ने प्रतीक पर तस्करी का आरोप लगाकर उसकी पिटाई की और उसके बाइक पर उसे पुलिस चौकी लेकर आएं। वही रिहाई के लिए प्रतीक से 1 लाख मांगे गए और परिजनों द्वारा रुपए की व्यवस्था कर दिए जाने के बाद प्रतीक को छुड़ाया गया।
इस मामले में फिर प्रतीक ने थाना प्रभारी कमलेश शर्मा से शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने सिपाही लकी चौधरी और कमल को हिरासत में ले लिया है। कमलेश शर्मा के मुताबिक प्रतीक का साथी कन्हैया आरोपित शाहिद के साथ मिलकर धोखाधड़ी के आरोप में जेल में बंद था साहिल को रुपए की जरूरत है। जिसके बाद इस मामले को अंजाम दिया गया है। वहीं मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को सदर बाजार चंदननगर और क्राइम ब्रांच के 3 सिपाही को शराब तस्कर से वसूली के आरोप में निलंबित (suspend) किया गया है। वहीं प्रदेश में अब ऐसी स्थिति है। जहां पुलिस कर्मियों द्वारा ही आम जनता को परेशान किया जा रहा है।