भोपाल।
कोरोना(corona) संकटकाल और लॉकडाउन(lockdown) के पांचवे चरण में प्रवेश के बाद भी पार्टियों(parties) के एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ(former cm kamlanath) ने शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज सरकार गेहूं खरीदी के दावे तो कई हैं लेकिन सच इससे बिलकुल विपरीत है। किसानों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल सोमवार को किये गए ट्वीट(Tweet) में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सीएम शिवराज(CM Shivraj) ने समर्थन मूल्य पर गेहूँ ख़रीदी के भले बड़े-बड़े दावे करे। ख़ूब आँकड़े जारी करे लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है। आज किसान भाइयों को अपनी उपज बेचने के लिये काफ़ी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। उपार्जन केंद्रो पर कही बारदान की कमी है,कही तुलाई की व्यवस्था नहीं है। कई परिवहन नहीं होने से काम बंद पड़ा है। किसानों को एसएमएस भेजकर बुलाया लिया जाता है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ये भी कहा कि कई- कई दिन तक भीषण गर्मी व लू में अपनी उपज बेचने के लिये भूखा-प्यासा किसान कई किलोमीटर तक लंबी लाइन में लगा हुआ है। उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। पिछले दिनो आगर – मालवा में मलवासा के एक किसान प्रेम सिंह की इसी परेशानियो व अव्यवस्थाओं से दुखद मौत हो गयी थी। कल देवास के उपार्जन केंद्र में फसल तुलाई के लिए लाईन में लगे एक और किसान की दुखद मौत हो गयी है। जिले के टौंकखुर्द के अमोना गाँव निवासी किसान जयराम मंडलोई अपनी फसल लेकर तुलाई के इंतज़ार में भीषण गर्मी में लाइन लगे थे। ख़रीदी की अव्यवस्थाओं से भीषण गर्मी में तनाव में किसान की जान चली गयी। वहीँ उन्होंने कहा है कि ऐसी स्थिति में सरकार के दावे सच्चाई से बिलकुल विपरीत हैं।
शिवराज जी , आप समर्थन मूल्य पर गेहूँ ख़रीदी के भले बड़े-बड़े दावे करे , ख़ूब आँकड़े जारी करे लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है।
आज किसान भाइयों को अपनी उपज बेचने के लिये काफ़ी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है।
उपार्जन केंद्रो पर कही बारदान की कमी है,कही तुलाई की व्यवस्था नहीं है,
1/5— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 1, 2020
जिले के टौंकखुर्द के अमोना गाँव निवासी किसान जयराम मंडलोई अपनी फसल लेकर तुलाई के इंतज़ार में भीषण गर्मी में लाइन लगे थे।
ख़रीदी की अव्यवस्थाओं से , भीषण गर्मी में तनाव में किसान की जान चली गयी।
ऐसे ही कई किसान निरंतर परेशानियो का सामना कर रहे है ,
4/5— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 1, 2020
अपनी उपज बेचने के लिये निरंतर भटक रहे है , तनाव झेल रहे है।
सरकार सिर्फ़ झूठे दावे में लगी हुई है , ज़मीनी धरातल पर स्थिति विपरीत है।
सरकार इस मृत किसान के परिवार की हरसंभव मदद करे व इस किसान की मौत के ज़िम्मेदारों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।
5/5— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 1, 2020