पीएम मोदी पर भड़की ममता बनर्जी, बोली – हमें बोलने तक नहीं दिया गया

Atul Saxena
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ हुई बैठक के बाद ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भड़क गई। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि प्रधानमंत्री (PM) ने हमें बोलने नहीं दिया। हम कठपुतली बनकर रह गए । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)  ने एक गंभीर आरोप और लगाया और कहा कि बैठक में केवल भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ही बोलने दिया गया।

कोरोना के हालात पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों और जिला कलेक्टरों यानि डीएम से वर्चुअल मीटिंग कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज गुरुवार को  10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वहां के जिलों के डीएम से सीधा संवाद किया।  बैठक में छत्तीसगढ़, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, केरल, ओड़िशा , उत्तरप्रदेश, पुड्डुचेरी, राजस्थान , आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्रियों और वहां के जिला अधिकारियों यानीं डीएम से बात की। प्रधानमत्री ने 10 राज्यों के 54 जिला अधिकारियों से बात की और कोरोना के हालात को जाना।

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बैठक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)  ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि बैठक में हमें आमंत्रित भी किया गया और बोलने का मौका भी नहीं दिया गया। बैठक खत्म होने के बाद मीडिया के सामने आई ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)  ने पीएम मोदी पर पाना गुस्सा उतारा।  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें कठपुतली बनाकर बैठाये रखा केवल भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ही बोलने दिया गया। ये हमारा अपमान है।

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ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)  ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ना तो वैक्सीन के बारे में चर्चा की ना रेमडेसिवीर इंजेक्शन के बारे में।  मैं बंगाल में वैक्सीन की किल्लत पर बात करना चाहती थी लेकिन हमें बोलने ही नहीं दिया गया।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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