पशुपालन मंत्री ने किया स्पष्ट, प्रदेश में बंद नहीं होंगी मांस दुकानें, पोल्ट्री पर नहीं बर्ड फ्लू का खतरा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) में बर्ड फ्लू (Bird Flu)और लगातार पक्षियों की मौत के बाद मुर्गी पालन और मांस के सेवन को लेकर सवाल उठने लगे हैं, लोगों ने चिकन से दूरी बना ली है| पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल (Prem Singh Patel) ने कहा है कि प्रदेश के पोल्ट्री फार्मों और बैकयार्ड कुक्कुट में किसी प्रकार से मुर्गियों में अप्राकृतिक मृत्यु की सूचना नहीं मिली है। इसलिये माँस की दुकानों पर बिक्री संबंधित कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। ये दुकानें पूर्ण सावधानी एवं सतर्कता के साथ यथावत खुली रहेंगी।

मंत्री ने कहा कि सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये गये हैं कि कुक्कुट-पालकों और व्यावसाइयों के साथ बैठक कर बर्ड फ्लू से बचाव, पोल्ट्री फार्मों में साफ-सफाई और जन-सामान्य को कुक्कुट उत्पादों को अच्छी तरह से पकाकर उपयोग में लाने की जानकारी दें।

उन्होंने बताया कि कौओं में पाया जाने वाला वायरस H5N8 है, जबकि मुर्गियों में सामान्यत: वायरस H5N1 होता है। भोपाल में राज्य-स्तरीय और सभी जिलों में जिला-स्तरीय कंट्रोल-रूम की स्थापना कर दी गई है। कुक्कुट-पालकों, व्यवसाइयों और लोगों को बर्ड फ्लू के विरुद्ध जागरूक किया जा रहा है। सभी जिलों को भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुसार कार्यवाही, सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश दिये गये हैं।

अपर मुख्य सचिव कंसोटिया ने सभी जिलों से की बातचीत
अपर मुख्य सचिव पशुपालन जे.एन. कंसोटिया ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के विभागीय जिलाधिकारियों को बर्ड फ्लू से बचाव और नियंत्रण के दिशा-निर्देश देते हुए वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कुक्कुट-पालकों के साथ बैठक आयोजित करने, बॉयो सिक्यूरिटी मापदण्ड का पालन सभी कुक्कुट प्रक्षेत्रों, कुक्कुट बाजारों आदि में सुनिश्चित करने निर्देश दिये। श्री कंसोटिया ने निर्देश दिये कि यदि कहीं कोई कौआ या पक्षी मृत पाया जाता है, तो तत्काल सैम्पल भारतीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला, भोपाल को भेजें। प्रदेश के 11 जिलों में कौओं की मृत्यु की सूचना मिली है। इनमें केवल इंदौर, मंदसौर और आगर-मालवा में ही वायरस की पुष्टि हुई है।

जिला कलेक्टर करेंगे बर्ड फ्लू बचाव की तैयारियों की समीक्षा
श्री कंसोटिया ने सभी जिला कलेक्टरों से पशुपालन, वन, स्वास्थ्य, स्थानीय निकाय और अन्य समन्वयक विभागों की बैठक आयोजित कर बर्ड फ्लू से संबंधित तैयारी एवं आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिये संसाधन एवं सामग्री की उपलब्धता की समीक्षा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि वे एक्शन प्लान ऑफ एवियन इन्फ्लूएंजा-2015 के अनुरूप प्रावधानित कार्यवाही और सर्विलांस सुनिश्चित करें।

प्रदेश के सभी जिलों में बर्ड फ्लू कंट्रोल-रूम की स्थापना की गई है। भोपाल में राज्य-स्तरीय कंट्रोल-रूम का क्रमांक 0755-2767583 है। सूचना मिलते ही रेपिड रिस्पांस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही की जा रही है। मुर्गियों, कौवों, प्रवासी पक्षियों आदि में असामान्य मृत्यु, बीमारी की सूचना मिलते ही तत्काल सैम्पल इकट्ठा कर उसका डिस्पोजल, डिसइन्फेक्शन और सेनेटाइजेशन आदि किया जा रहा है।


About Author
न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

Other Latest News