भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pardesh) में शिवराज सरकार (shivraj government) के निर्देश के बाद लगातार मंत्री अपने-अपने विभागों में अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं। बीते दिन जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट (tulsi silawat) ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली थी। इस दौरान उन्होंने सख्त तेवर दिखाए। इतना ही नहीं तुलसी सिलावट ने साफ कहा कि काम में लापरवाही और नियम विरुद्ध काम करने वाले अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की जाएगी।
दरअसल विभागीय समीक्षा के दौरान मंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी बांध और नहर परियोजना को लेकर इंजीनियर से विचार विमर्श किया जाएगा। वही शिवपुरी की सर्कुलर परियोजना और डिजाइन को मंजूरी के लिए आईआईटी रुड़की (IIT Rudki) भेजने पर भी तुलसी सिलावट ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि काम से अधिक भुगतान करने पर अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि लगातार फंड उपलब्ध कराए जाने के बावजूद कार्य में तेजी नहीं आ पा रही है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अपर मुख्य सचिव को जांच के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने समीक्षा के दौरान कहा कि लगातार परियोजनाओं में आर्थिक हानि देखने को मिल रही है। सिलावट ने कहा कि जांच में आरोपी पाए जाने वाले अधिकारियों से नुकसान की राशि वसूल की जाएगी।
अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए मंत्री सिलावट ने कहा कि परियोजना की लागत बढ़ती और कार्य में सफल परिणाम नहीं दिखते तो संबंधित अधिकारी की जांच होगी। इसके अलावा उन्होंने 50 साल पुरानी नहरों के नवीनीकरण के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को कहा कि जल्द इस कार्य का आकलन करें और प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेजा जाए।