Modi Cabinet Expansion: फाइनल हुए मोदी मंत्रिमंडल के 24 नए चेहरे, अब तक 11 मंत्रियों का इस्तीफा

Kashish Trivedi
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के दूसरे कार्यकाल में पहला मेगा कैबिनेट फेरबदल (Mega cabinet Reshuffle) “सबसे कम उम्र के मंत्रियों का मंत्रिमंडल” होगा। जिसमें ओबीसी, एससी (SC) और एसटी (ST) और अधिक महिलाओं का रिकॉर्ड प्रतिनिधित्व होगा। इसके अलावा जो बड़ी खबर सामने आई है। उसके मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल के 24 नए चेहरे फाइनल हो गए हैं। आज होने वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में 43 नेता केंद्रीय मंत्री पद की शपथ लेंगे

फाइनल हुए मोदी मंत्रिमंडल के 24 नए चेहरे

ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्बानंद सोनेवाल, पशुपति नाथ पारस, नारायण राणे, भूपेंद्र यादव, अनुप्रिया पटेल, कपिल पाटिल, मीनाक्षी लेखी, राहुल कस्वां, अश्विनी वैष्णव, शांतनु ठाकुर, विनोद सोनकर, पंकज चौधरी, आरसीपी सिंह, दिलेश्वर कामत, चंद्रेश्वर प्रसाद, रामनाथ ठाकुर, राजकुमार रंजन, बी एल वर्मा, हिना गावित, अजय मिश्रा, शोभा करंदलाजे, अजय भट्ट, प्रीतम मुंडे शामिल है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank), संतोष गंगवार को भी उनके पद से हटा दिया गया है। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, महिला बाल विकास मंत्री देवश्री चौधरी, उर्वरक एवं रसायन मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम राज्य मंत्री संतोष गंगवार, शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे, बाबुल सुप्रीमो, प्रताप सारंगी और रतन लाल कटारिया का भी इस्तीफा लिया जा चुका है। वही अब तक कुल 11 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। राव साहब दानवे ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।

बता दें कि मोदी सरकार ने बीते दिनों केंद्रीय मंत्रियों की समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान कार्य ना करने वाले मंत्रियों पर गाज गिरना तय था। सरकार की योजना प्रत्येक राज्य और उनके संबंधित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सबसे छोटे समुदायों को भी प्रतिनिधित्व प्रदान करने की है। सूत्रों ने कहा कि परिषद में महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी बढ़ाया जाएगा और नेताओं की औसत आयु स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे कम होगी। सूत्रों की माने तो राज्य या केंद्र में प्रशासनिक अनुभव रखने वाले लोगों को शामिल करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। चर्चा है कि एससी से 12 जबकि एसटी से 8 और ओबीसी से 27 नेताओं को टीम मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।

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आज शाम 6 बजे घोषित होने वाली नई कैबिनेट में ‘सोशित, वंचित और आदिवासी’ के प्रतिनिधित्व पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। परिषद अनुसूचित जाति समुदायों के रिकॉर्ड प्रतिनिधित्व को भी देखेगी और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से संबंधित लगभग 27 मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल में (Modi Cabinet Expansion) शामिल किया जाएगा। मोदी के नए मंत्रिमंडल में 11 महिलाएँ और 4 पूर्व मुख्यमंत्री होंगे। मंत्रिमंडल में बदलाव के बाद 13 वकील, 6 डॉक्टर और 5 इंजीनियर मंत्री होंगे। 14 मंत्रियों की उम्र 50 से कम होगी।

केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी को मंगलवार शाम मंत्रिमंडल विस्तार (Modi Cabinet Expansion)  से ठीक पहले कार्यमुक्त कर दिया गया है। उन्होंने महिला और बाल विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। देबाश्री चौधरी ने 2019 में पश्चिम बंगाल के रायगंज निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता। इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।

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इधर कैबिनेट विस्तार से पहले  महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, भिवंडी लोकसभा सांसद कपिल पाटिल, भाजपा की उत्तर प्रदेश की सहयोगी अनुप्रिया पटेल, कांग्रेस से भाजपा सांसद बने ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तराखंड के विधायक अजय भट्ट और BJP पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बुधवार कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) से पहले नरेंद्र मोदी के सरकारी आवास पर पहुंचे हैं। इनके अलावा सर्बानंद सोनोवाल, भूपेंद्र यादव, अनुराग ठाकुर, मीनाक्षी लेखी, शोभा करंदलाजे, सुनीता दुग्गा, प्रीतम मुंडे, जी किशन रेड्डी, आरसीपी सिंह, पुरुषोत्तम रूपाला और शांतनु ठाकुर भी 7, लोक कल्याण मार्ग पर हैं।

मोदी कैबिनेट विस्तार में जो एक दिलचस्प नाम सामने आए हैं उनमें से एक दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस हैं। बता दें कि इससे पहले रामविलास के बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख चिराग ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी के पांच सांसदों के निलंबन के बारे में सूचित कर दिया है और अगर उनके चाचा को पार्टी कोटे में शामिल किया गया तो वह अदालत जाएंगे।


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