भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में MP Board 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा (board exam) को निरस्त कर दिया गया है। परीक्षा निरस्त (exam canceled) होने के बाद जहां विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल (Board of Secondary Education) को परिणाम तैयार करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में समय सीमा तक रिजल्ट (result) तैयार करने की जिम्मेदारी निजी स्कूलों (private schools) को सौंपी गई है। वही मंडल ने आदेश जारी कर MP Board से जुड़े सभी स्कूलों को 11वीं की परीक्षा रिजल्ट की मांग की है।
दरअसल MP Board 9वी और 11वीं की परीक्षा रिजल्ट को जल्द से जल्द जारी करना चाहता है लेकिन समय सीमा के बावजूद 5% निजी स्कूल भी रिजल्ट मंडल को नहीं भेज सके हैं। निजी स्कूलों का कहना है कि परीक्षा निरस्त होने की वजह से और इंटरनल एसेसमेंट (internal assessment) नहीं लिए जाने की वजह से कई बार परीक्षा परिणामों को तैयार करने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
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कुछ स्कूलों का कहना है कि पिछले साल 13 मई को DPI द्वारा जनरल प्रमोशन (general promotion) देने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद आदेश का पालन करते हुए 11वीं के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया गया था। अब ऐसी स्थिति में फिर से 11वीं रिजल्ट को तैयार कर वार्षिक परीक्षा के नंबर चढ़ाना मुश्किल भरा काम है। इस मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (indar singh parmar) का कहना है कि बच्चे के स्वास्थ संबंधित सुरक्षा से बड़ा कुछ नहीं है। बहुत गंभीरता से ये निर्णय लिया गया है। कोई तकनीकी अड़चन नहीं आएगी। हर काम समय पर पूरा किया जाएगा।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए मध्यप्रदेश में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था। लंबे समय तक परीक्षा निरस्त होने के बाद विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा ना लेकर रिजल्ट तैयार करने की अपील राज्य शासन से की जा रही थी। विद्यार्थियों का कहना था कि परीक्षा आयोजित होकर रिजल्ट तैयार होने में काफी समय लग जाएगा। जिससे आगे की पढ़ाई प्रभावित होगी। इस को देखते हुए राज्य शासन द्वारा 12वीं की परीक्षा रद्द कर परीक्षा परिणाम तैयार करने के निर्देश सभी स्कूलों को दे दिए गए हैं।