भोपाल/भिंड़।
उपचुनाव (BY Election) से पहले एमपी (MP) में बीजेपी-कांग्रेस (bjp-congress) के बीच जमकर महाभारत छिड़ी हुई है। दोनों दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने से नही चूक रहे है। अब पूर्व विधायक और भाजपा नेता रसाल सिंह (Former MLA and BJP leader Rasal Singh) ने कांग्रेस सरकार (Congress Government) में अपेक्स बैंक में अशोक सिंह (Ashok Singh at Apex Bank) को प्रशासक नियुक्त किए जाने को गंभीर आरोप लगाए है। इसके लिए रसाल सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ(former cm kamalnath), पूर्व सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह (govind singh), अपैक्स बैंक के प्रशासक अशोक सिंह सहित अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किए जाने के लिए रविवार काे लहार थाना में आवेदन भी दिया है।हैरानी की बात तो ये है कि हाल ही में जबलपुर हाईकोर्ट ने अशोक सिंह को प्रशासक बने रहने की राहत दे दी है।
पूर्व विधायक का आरोप है कि अपेक्स बैंक के पूर्व प्रशासक अशोक सिंह 19 गांधी रोड ग्वालियर के निवासी हैं। उन्हें अपेक्स बैंक में प्रशासक बनाने के लिए 6 जून 2019 को भरथरी भितरवार की प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था का सदस्य बनाने के लिए दस्तावेजों में कूट रचना की गई। इस दिनांक को निर्वाचक संचालक मंडल कार्य नहीं कर रहा था, बल्कि प्रशासक कार्यरत था। कानून के अंतर्गत प्रशासक को किसी भी व्यक्ति को भरथरी की समिति में सदस्य बनाने का अधिकार नहीं था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व सहकारिता मंत्री लहार विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग कर अपने सबंधित सहकारिता के आला अफसरों पर दबाव डालकर अशोक सिंह को संस्था का सदस्य बनवाया।
भाजपा नेता के आरोपों के बाद पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने पलटवार करते हुए चंबल डीआईजी राजेश हिंगणकर को एक पत्र लिखकर रसाल सिंह के सगे भतीजे और पांच हजार रुपए के इनामी आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है। पूर्व मंत्री डॉ. सिंह ने पत्र में लिखा 4 साल पहले रसाल सिंह के छोटे भाई योगेंद्र सिंह और भतीजे संजीव ने अवैध रेत के ट्रक को पकड़ने पर तत्कालीन लहार एसडीएम राजेश राठौर पर प्राण घातक हमला किया था। आज भी पूर्व विधायक के छोटे भाई योगेंद्र सिंह और भतीजे धीरेंद्र, कुलदीप सिंह उर्फ छोटू, अनेक संगीन अपराधों में ग्वालियर जेल में बंदी हैं। वहीं उनका बेटा शिशुपाल भी अनेक अपराधों में बड़वानी जेल में बंद है।
इनके खिलाफ दिया थाने में आवेदन
पूर्व मुख्यमंत्री नाथ, पूर्व सहकारिता मंत्री डॉ. सिंह, पूर्व प्रमुख सचिव सहकारिता अजीत केसरी, पंजीयन सहकारी संस्था मध्यप्रदेश भोपाल डॉ. एमके अग्रवाल, संयुक्त पंजीयक अपेक्स बैंक प्रभारी प्रदीप नीखरा, बीज संघ के प्रबंध संचालक आरके शर्मा, ठाकुर मथुरा सिंह सहकारी संस्था लहार के सभी पदाधिकारियों पर केस दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है।
बता दे कि 24 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमे से 16 सीटें ग्वालियर -चंबल की है, ऐसे में इस विवाद के बाद सियासत गर्म हो गई है।चुंकी भिंड जिले की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस से पूर्व मंत्री और लहार विधायक गोविंद सिंह और पूर्व विधायक रसाल सिंह
की अहम भूमिका है। जहां गोविंद सिंह अंचल के सबसे कद्दावर और बड़े नेताओं में गिने जाते है वही पूर्व विधायक रसाल सिंह को भाजपा ने मेहगांव और गोहद की जिम्मेदारी दी है।उपचुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोपों के चलते दोनों नेता आमने-सामने हो गए है अब देखना है कि ये विवाद कहां और कितनी दूर तक जाता है इसका उपचुनाव पर कितना असर होत है।