भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में एक बार फिर से बसों के पहिए थम सकते हैं। दरअसल आमजनों को महंगे बस किराए का झटका लगेगा। कोरोना के समय बुरी तरह प्रभावित हुई बसों के लिए बस संचालकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) को पत्र लिखा है। जिसमें बस संचालकों द्वारा 35 हजार यात्री बसों का किराया 50% तक बढ़ाने की मांग की गई है।
दरअसल बस संचालकों ने परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा, परिवहन आयुक्त मुकेश कुमार जैन सहित अन्य अधिकारियों को यात्री बसों का किराया बढ़ाने का प्रस्ताव दिया। बावजूद उसके बसों के किराए में बढ़ोतरी नहीं की गई। इसके बाद अब बस संचालकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस संदर्भ में पत्र लिखा है। वही पत्र में कहा गया है कि यदि जनवरी तक किराया नहीं बढ़ाया गया तो प्रदेश में बसों के पहिए थम जाएंगे। इसके साथ ही साथ बस संचालकों द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
इस सिलसिले में मध्य प्रदेश प्राइवेट बस एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि पिछले दिनों के बोर्ड की बैठक हुई थी। जिसमें भोपाल और इंदौर के परिवहन अधिकारियों द्वारा कहा गया कि बसों का किराया राज्य शासन को बढ़ाना होता है। जिसके बाद बस संचालकों द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को पत्र लिखकर बसों के किराए में 50% की वृद्धि करने की मांग की गई है। वही संचालकों का कहना है कि पिछले 33 महीने से बसों का किराया नहीं बढ़ाया किया है। जबकि देश में डीजल के दाम कई गुना ज्यादा बढ़ गए हैं। जिससे बसों के संचालन करने में संचालकों को भारी घाटा हो रहा है।
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राजधानी भोपाल सहित प्रदेश भर में बस किराए बढ़ाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन किराया नहीं बनाया जा रहा है। वहीं यदि बस किराए में 50% की बढ़ोतरी होती है तो यात्रियों की जेब पर इसके अतिरिक्त खर्च पड़ेगा जहां यात्रियों को बसों में सफर करने के लिए 1 प्रति किलोमीटर रुपए की जगह 1.5 रुपए प्रति किलोमीटर किराया देने होंगे।
ज्ञात हो कि कोरोना काल में बसों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। वहीं साल 2018 में यात्री बसों का किराया बढ़ाया गया था। तब से अब तक किराया भी नहीं बनाया गया है। वही लॉकडाउन के बाद बसों के संचालन में पहले की अपेक्षा महज 30% यात्री बसों में सफर कर रहे हैं। बस संचालकों को प्रतिदिन 5000 से अधिक रुपए का घाटा उठाना पड़ रहा है। वही अब बस संचालकों द्वारा सीएम शिवराज को पत्र में यात्री किराया बढ़ाने की मांग की गई है। साथ ही किराया ना बढ़ाए जाने की स्थिति में आंदोलन की भी चेतावनी दी गई है।