भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pardesh) को आखिरकार नया विधानसभा अध्यक्ष (speaker of the Assembly) मिल गया है। मार्च 2020 में शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) के सत्ता संभालने के बाद लंबे समय तक प्रोटेम स्पीकर (protem speakr) का दायित्व संभाल रहे रामेश्वर शर्मा (rameshwar sharma) जगह अब स्थाई विधानसभा अध्यक्ष की ताजपोशी संभव है। विंध्य क्षेत्र को प्रतिनिधित्व देने की लंबे समय से चल रही मांग को मद्दे नजर रखते हुए इस पद पर रीवा के देवतालाब से विधायक गिरीश गौतम (girish gautam) का चुना जाना लगभग तय हो गया है। इससे पहले 11 बजे उन्होंने नामांकन किया। जहाँ सीएम शिवराज भी मौजूद रहें।
रविवार सुबह 11:00 बजे गिरीश गौतम ने विधानसभा में अपना नामांकन दाखिल किया और इस बात की पूरी उम्मीद है कि वे निर्विरोध इस पद के लिए चुन लिए जाएं। नामांकन दाखिल करने से पहले गिरीश गौतम CM हाउस पहुंचे। जहाँ उन्होंने CM शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी CM हाउस पहुंचे। बता दें की पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला गिरीश गौतम के प्रस्तावक बनेंगे। विधानसभा अध्यक्ष पद के रेस में राजेंद्र शुक्ला शामिल थे।
गिरीश गौतम ने राजनीति में लंबा संघर्ष किया है और कई बार विधायक बनने के बाद भी वे मंत्री पद से दूर रहे हैं। शिवराज के वर्तमान मंत्रिमंडल में विंध्य क्षेत्र के प्रतिनिधित्व के नाम पर मात्र एक राज्यमंत्री है और इसलिए यह मांग लंबे समय से चली आ रही है कि विध्य, जिसने कि बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें दिला कर इस चुनाव में विजय श्री दिलाई, आखिरकार इस तरह दरकिनार क्यों किया जा रहा है।
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अब शिवराज और भाजपा संगठन ने इसका तोड़ निकाल लिया है और पेशे से किसान रहे गिरीश गौतम को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा रहा है। कांग्रेस के बारे में खबर है कि वह इस पद के लिए संभवत अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी और इस बात की भी व्यापक संभावना है कि कांग्रेस के तर्ज पर चलते हुए बीजेपी इस बार विधानसभा उपाध्यक्ष का पद भी अपने पास रखने की पुरजोर कोशिश करेगी।