भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में स्कूली शिक्षा (school education) के लिए विकास और रोजगार केंद्रित बनाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग(School Education Department) लगातार नई-नई योजनाएं लागू कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत (aatmnirbhar bharat) की दिशा में आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश (aatmnirbhar madhya pradesh) के तहत स्कूली शिक्षा से रोजगार और प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए अब राज्य शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (indar singh parmar) ने बड़ी घोषणा की है।
दरअसल बुधवार को बैठक में राज्य शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा पूरे प्रदेश के जिलों में व्यवसायिक आधारित शिक्षा और प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही साथ स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्प, हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम, बुनकर और नक्काशी का प्रशिक्षण भी स्कूलों में दिया जाएगा। इसके साथ ही स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि इस प्रशिक्षण से विद्यालय छात्रों के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर युवाओं को भी लाभ मिलेगा।
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वहीं स्कूली छात्रों के लिए बड़ी घोषणा करते हुए स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा छठवीं से पाठ्यक्रम में व्यवसायिक शिक्षा को शामिल किया जाएगा। बता दें कि प्रशिक्षण के लिए भारत सरकार द्वारा हैंडीक्राफ्ट एवं कारपोरेट सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ मध्य प्रदेश, राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के बीच एमओयू साइन किया गया है।
वही रोजगारन्मुख कार्यक्रम शुरू किए जाने के साथ-साथ युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर ट्रेनर का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि उक्त प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र हैंडीक्राफ्ट और कारपोरेट सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा दिया जाएगा। जिसकी वैश्विक स्तर पर मान्यता रहेगी।