भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कोरोना काल (corona era) में अपनी सेवाएं दे रहे। कोरोना योद्धा अस्थाई चिकित्सक (Temporary doctor) और पैरामेडिकल स्टाफ (paramedical staff) द्वारा अपनी 2 सूत्री मांगों को लेकर आवाज बुलंद की गई है। इतना ही नहीं आज से सभी अस्थाई डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ हाथों पर पट्टी बांधकर काम करेंगे। वही 25 मई तक अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। अगर ऐसा होता है तो प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था एक बार फिर से मुश्किल दौर में आएगी और इसका असर मरीजों पर होगा।
दरअसल आयुष चिकित्सक संघ ने अपनी 2 सूत्र मांगों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान उन्होंने कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए नियुक्त किए गए और अस्थाई कोरोना चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ को NHM के अंतर्गत संविदा वर्ग में शामिल कर वापस पदस्थापना किए जाने और समान कार्य-समान वेतन के आधार पर मानदेय दिए जाने की मांग रखी है। ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले 1 वर्ष से यह सभी डॉक्टर सेवा कार्य में जुटे हैं। जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, फीवर क्लीनिक सहित कोविड सेंटर (covid center) में उन्होंने अपनी ड्यूटी (duty) दी है। अब ऐसे में कोरोना की रफ्तार कम होने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों को संविदा से बाहर का रास्ता दिखा देना बेहद अनुचित है।
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आयुष चिकित्सक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अंकित असाटी ने अस्थाई चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ से निवेदन है कि अस्थाई कोविड 19 चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ़ के द्वारा 25 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। जिसके तहत 24 मई तक सभी चिकित्सक एव पैरामेडिकल स्टाफ के द्वारा काली पट्टी बांधकर काम किया जाएगा । वहीं उन्होंने डॉक्टर्स से निवेदन की है कि सभी अपने जिले के कलेक्टर महोदय हो ज्ञापन दे और काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रदर्शन करने की कृपा करें। आप सभी अपने फेसबुक, ट्विटर व्हाट्सअप स्टेटस में ये समाचार अवश्य लगाए। जिससे हमारी बात आम जनता के बीच में आसानी से पहुँच सके।
अंकित असाटी ने बताया कि यदि प्रदेश सरकार द्वारा अस्थाई चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ की मांग को नहीं माना गया तो 24 मई तक प्रदेश भर में काली पट्टी बांधकर कार्य करने के बाद 25 मई से सभी अस्थाई स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।