ग्वालियर आ रही ऑक्सीजन को मुरैना की फैक्ट्रियों ने कराया खाली, मारा छापा

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  कोरोना महामारी में ऑक्सीजन (Oxygen) की पूर्ति के लिए उत्तरप्रदेश (UP) से ग्वालियर (Gwalior) आ रहे ऑक्सीजन टैंकर (Oxygen Tanker) को मुरैना के बानमोर में दो फैक्टियों ने रोक लिया और ऑक्सीजन (Oxygen) को सिलेंडर में भरने लगे।  ग्वालियर कलेक्टर (Gwalior Collector) को जैसे ही इसकी जानकारी मिली उन्होंने मुरैना जिला प्रशासन (Morena District Administration) को सूचना देकर फैक्ट्रियों पर कार्रवाई के लिए कहा। निर्देश मिलते ही मुरैना जिला प्रशासन ने फैक्ट्रियों पर पहुंचकर इसे रुकवाया और भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडरों (Oxygen Cylinders)को जब्त कर लिया। घटना के बाद ग्वालियर कलेक्टर ने मुरैना कलेक्टर से दोनों फैक्ट्रियों को सील करने के लिए कहा है।

जानकारी के मुताबिक ग्वालियर (Gwalior) में ऑक्सीजन (Oxygen) की आपूर्ति के लिए उत्तरप्रदेश से मेडिकल ऑक्सीजन के दो टैंकर ग्वालियर आ रहे थे लेकिन रास्ते में मुरैना जिले के बानमोर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित दो फैक्ट्रियों मैग्नम इंडस्ट्री और माहेश्वरी रोलर यूनिट में इन्हें रोक लिया गया और मेडिकल उपुओग की ऑक्सीजन को इंडट्रियल यूज के लिए खाली कराया जाने लगा ।

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ग्वालियर जिला प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तो ग्वालियर कलेक्टर ने तत्काल मुरैना कलेक्टर को फोन पर जानकारी दी और कार्रवाई के लिए कहा। सूचना पर मुरैना के अफसरों की टीम मैग्नम इंडस्ट्रीज और माहेश्वरी रोलर यूनिट पर पहुंची जहाँ ऑक्सीजन टैंकर खाली हो रहा था पहुंची उन्हें  टैंकर से ऑक्सीजन को खाली कराते हुए मिली , जिसे तत्काल रुकवाया गया। टैंकर को ग्वालियर के लिए रवाना किया गया।  ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा है कि आपदा  के समय में मेडिकल यूज की ऑक्सीजन को दोनों फैक्ट्रियों द्वारा इंडस्ट्रियल यूज के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल के लिए लेने पर इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।  मुरैना कलेक्टर से फैक्ट्रियों को सील करने के लिए कहा जाएगा।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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