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इंदौर में पथराव के बाद पुलिस का एक्शन, एसपी ने मीडिया को बताई ये बात

इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर के सांवेर विधानसभा क्षेत्र (Saver Assembly Constituency of Indore) के गौतमपुरा थाना क्षेत्र में धर्माट से चांदनखेडी, कनवासा, सुनाला से वापस रुद्राख्या होकर खडोत्या तक हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने राम मंदिर निर्माण (Ram temple construction) के लिए धन संग्रह के उद्देश्य से बाइक रैली (Rally) निकाली थी। जिसमें ग्राम चांदनखेडी में पथराव (stone pelting) हो जाने से एवं रैली का विरोध करने से और उक्त रैली में शामिल लोगों पर कुछ लोगों द्वारा पथराव किये जाने के बाद ग्राम चांदनखेडी सहित आस-पास के ग्रामों में सांप्रदायिक तनाव एवं कानून व्यवस्था बिगडने की स्थिति निर्मित हुई थी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कानून व्यवस्था की स्थिति संभाली और उस पर काबू पाया।

वहीं इंदौर एसपी महेशचंद्र जैन ने बताया कि कल ग्राम चाँदनखेड़ी में रैली के दौरान तत्तकालीक उत्तेजना और विवाद के कारण पथराव की दुर्भाग्यजनक घटना हुईं और उसके कारण कानून व्यवस्था की गम्भीर स्थिति पैदा हुई। उसमे पुलिस ने अब तक 4 प्रकरण कायम किये है। पथराव करने वाले 39 अपराधियों के विरुद्ध नामजद कायमी की गई है, जिसमें पुलिस ने 23 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है।

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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।