डबरा।सलिल श्रीवास्तव ।
भिंड में रेत के काले कारोबार पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित होने की तस्वीरों के बाद चबंल आईजी, कमिश्नर व एसपी, कलेक्टर का ही तबादला देखने को मिला। वही कुछ थाना प्रभारियों व सहायक पुलिसकर्मियों पर कार्यवाई देखने को मिली थी। जिसके बाद अब इसी कड़ी में ADGP एवं ग्वालियर जॉन आईजी राजाबाबू सिंह ने भी एक्शन प्लान तैयार किया है।जिसके चलते रेत कारोबार में लिप्त पुलिसकर्मियों की लंबी सीक्रेट सूची आईजी द्वारा तैयार करी गयी है।
जिनको संभागीय क्षेत्र से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी है। कुछ ऐसे पुलिसकर्मियों के नाम की सूची PHQ भेज भी दी गयी है। जिसके बाद से पुलिस अमले में खलबली मची हुई है। बीते एक सप्ताह पहले डबरा के पिछोर थाना प्रभारी के रेत माफ़िया के साथ सांठगांठ का ऑडियो वायरल होने के बाद डबरा और भितरवार अनुविभागीय क्षेत्र के रेत घाटों पर की गई सीक्रेट कार्यवाही में कुछ सफलता मिली पर कई घाटों से माफियाओं के भाग जाने से रेत के काले कारोबार में पुलिसकर्मियों की लिप्त होने की बात तो स्पष्ट हो चुकी है।
सबसे बड़ी बात इन कार्यबाहियों के बाद भी कई थाना क्षेत्रों से रेत का अवैध परिबहन रुकने का नाम नहीं ले रहा है,,,हालांकि ऑडियो के सामने आने के बाद थाना प्रभारी पर कार्यवाई की गई। लेकिन ग्वालियर आईजी का मानना है कि पुलिसकर्मियों और रेत माफियाओं के बीच बड़ा नेक्सस तैयार हो गया है। जिसके पीछे मुख्य वजह कई ऐसे पुलिस कर्मी व अधिकारी है जो लंबे समय से ग्वालियर चंबल अंचल में ही बने हुए हैं ऐसे में इनकी सूची तैयार की जा रही है और एक सीक्रेट सर्वे के आधार पर तैयार की गई सूची पर एक्शन लिया जाएगा। ऐसे में उपचुनाव से पहले रेत माफियाओं व उनके सहयोगियों पर कड़ी कार्यवाई देखने को मिल सकती है।