भोपाल।
सत्ता में वापस लौटने के बाद से ही शिवराज(shivraj) सरकार भ्रष्टाचारियों(Corrupt) एवं मुनाफाखोरी(Profiteering) करने वाले लोगों पर नकेल कसने के लिए कि कदम उठा रही है। इसी कोशिश को आगे बढ़ाते हुए आज प्रदेश की शिवराज सरकार(shivraj government) ने तय किया है कि वो अब खुद की फसल बीमा कंपनी(Crop Insurance Company) बनाएगी और इसके जरिए किसानों को फसल बीमा(Insurance) का लाभ दिया जाएगा। सरकार का मानना है कि इससे फसल बीमा के नाम पर चल रही मुनाफाखोरी बंद होगी और किसानों को उनका उचित लाभ मिल पायेगा। जिसको लेकर सरकार ने तैयारियां शुरू भी कर दी है।
दरअसल सरकार द्वारा खुद की फसल बीमा कंपनी बनाने के बाद सरकार ने तेज़ी से इस पर कार्य शुरू कर दिया है। नई फसल बीमा योजना का ड्राफ्ट(draft) लगभग तैयार हो गया है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj singh chouhan) इसको लेकर जल्द ही एक बैठक भी करेंगे। बैठक में मुहर लगने के बाद कंपनी की शुरुआत की जाएगी और किसानों की फसलों का बीमा किया जायेगा। वहीँ कृषि मंत्री कमल पटेल(kamal patel) ने कहा है कि सरकारी बीमा कंपनी बनने के बाद हर किसान को बीमा का लाभ दिया जाएगा। निजी कंपनियों को प्रीमियम(premium) का मुनाफा बंद होगा। हालांकि नई योजना के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से बाहर आना होगा और नई बीमा योजना का खाका तैयार करना होगा। कृषि मंत्री कमल पटेल की माने तो नई योजना को मुख्यमंत्री फसल बीमा योजना नाम दिया जा सकता है।
बता दें कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों की फसल का प्रीमियम निजी बीमा कंपनियों को दिया जाता है। जिसपर कंपनी किसानों के फसलों का दावा करती है और प्राकृतिक आपदा के दौरान कंपनियां किसानों को मुआवजा बांटती हैं। लेकिन प्रीमियम जिस अनुपात में जमा कराया जाता है। उसका फायदा किसानों को कम और निजी कंपनियों को अधिक होता है। जिसको लेकर शिवराज सरकार ने ये फैसला लिया है।