ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के कर्मचारी ने सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। हालाँकि आत्महत्या के पुख्ता कारणों का खुलासा अभी नहीं सका है लेकिन मामला सुसराल पक्ष से विवाद के साथ जुड़ा हुआ है। मृतक नगर निगम कमिश्नर के पीए का साला था और नगर निगम में राजस्व निरीक्षक के पद पर पदस्थ था। खास बात ये है कि दो दिन में नगर निगम कर्मचारी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का ये दूसरा मामला है।
जानकारी के अनुसार मृतक हेमंत गुप्ता नगर निगम की फायर ब्रिगेड कॉलोनी मोतीमहल में रहते थे, उनकी पत्नी के 01 जुलाई को डिलेवरी हुई थी जिसे लेकर वे घर आये थे लेकिन उनका पत्नी के साथ विवाद हुआ तो पत्नी बच्चे को लेकर मायके चली गई। हालाँकि हेमंत बच्चे के फंक्शन की तैयारी कर रहे थे लेकिन उन्होंने फांसी लगा ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया है।
ग्वालियर नगर निगम में बतौर राजस्व निरीक्षक के पद पर पदस्थ हेमंत गुप्ता नगर निगम कमिश्नर के पीए अंकुर गुप्ता का साला था। उसने आत्महत्या क्यों की ये तो अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन ससुराल पक्ष से विवाद का मामला सामने आया है। दरअसल हेमंत की शादी छतरपुर निवासी नेहा अग्रवाल से हुई थी 1 जुलाई को उसकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया, हेमंत के सास और ससुर ग्वालियर आये हुए थे। इसी दौरान अस्पताल में इनके बीच कोई विवाद हुआ। जिसके बाद हेमंत गुप्ता की सास ने कम्पू थाने में हेमंत गुप्ता के खिलाफ मारपीट और गाली गलौज की FIR दर्ज करवाई। शिकायत में हेमंत की सास रजनी अग्रवाल ने कहा कि हेमंत ने डिलेवरी में बहुत पैसा खर्च करने की बात कही थी जब हमने उससे कहा कि तुम्हारी पत्नी की डिलेवरी हुई है तो पैसा तो खर्च करना तो होगा ही उसी बात पर उसने मारपीट कर दी। बताया जा रहा है कि घटना के बाद माता पिता नेहा को बच्चे के साथ लेकर छतरपुर चले गए।
उधर पुलिस को आज पड़ोसियों ने सूचना दी कि हेमंत के घर का दरवाजा नहीं खुल रहा। पुलिस ने मौका मुआयना किया और शंका होने पर FSL टीम को भी बुला लिया। जब दरवाजा खोला गया तो अंदर हेमंत गुप्ता फांसी पर लटका मिला। पुलिस ने जाँच पड़ताल कर शव को पीएम के लिए भेज दिया।
अब उधर हेमंत के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर ही हेमंत ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। वे भी शिकायत करने पुलिस थाने पहुँच गए हैं। गौरतलब है कि पिछले दो दिनों में नगर निगम कर्मचारी द्वारा फांसी लगाकर आतमहतया करने का ये दूसरा मामला है। कल जनमित्र केंद्र क्रमांक 6 में सफाई कर्मी आकाश करोसिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
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Atul Saxena
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पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....