इधर संक्रमण के बढ़ते हालातों को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। कई जिलों में संपूर्ण लॉक (lockdown) लगा दिया गया है। वही पॉजिटिविटी रेट (positivity rate) में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। बता दे कि गुरुवार को 49900 सैंपलों की जांच की गई। जिसमें से 11045 मरीजों की पुष्टि हुई है। जिसके बाद पॉजिटिविटी रेट बढ़ कर 22 फ़ीसदी पहुंच गया है।
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बता दें कि इससे पहले बुधवार को 10166 नए मरीजों की पुष्टि हुई थी जबकि 54 लोगों की मौत हो गई थी। वही सरकारी आंकड़ों की माने तो गुरुवार को 60 मरीजों की मौत संक्रमण से हुई है। प्रदेश के कई जिलों में स्थिति गंभीर है।लगातार बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। राजधानी भोपाल सहित आर्थिक राजधानी इंदौर और जबलपुर कोरोना को हॉटस्पॉट बनकर उभर रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश के कई जिले में 100 से 200 के बीच संक्रमित मरीजों की पुष्टि की जा रही है।
एक आंकड़े की बात करें तो पहले ही लहर में सितंबर माह में 15 दिनों के अंदर 26,139 लोग संक्रमित हुए थे लेकिन दूसरी लहर में अप्रैल माह में 15 दिन के भीतर यह आंकड़ा 3 गुना बढ़कर 84,179 हो चुका है। बता दें कि मध्य प्रदेश में एक्टिव केस 59,183 हो गए हैं। जिनमें से 39,847 केस 15 दिनों के अंदर मिले हैं।
बता दें कि बीते दिनों भोपाल में 1681, इंदौर में 1679, जबलपुर में 724, ग्वालियर में 694, सागर में 278, उज्जैन में 275, शिवपुरी में 286, कटनी में 238, खरगोन में 218, नरसिंहपुर में 218, शहडोल में 198, छतरपुर में 186, राजगढ़ में 185, बैतूल में 170, पन्ना में 164, धार में 162, रतलाम 168 और विदिशा में 152 मामले सामने आए। इसके अलावा टीकमगढ़ में 142, रीवा में 126, अनूपपुर में 128, मंदसौर में 123, नीमच में 122, दमोह में 128, बालाघाट 120, सीहोर 116, अशोकनगर 114, बड़वानी 111, दतिया 98, झाबुआ 90, आगर मालवा 88 मामले दर्ज किए गए हैं।
वहीं अस्पताल में बेड की व्यवस्था नहीं है। ऑक्सीजन की कमी लगातार देखी जा रही है। वहीं संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद अब कोविड केयर सेंटर का इंतजाम राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है।