तीन दिन के विधानसभा सत्र पर पूर्व मंत्री ने जताई आपत्ति,सरकार पर लगाए ये आरोप

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Legislative Assembly) के शीतकालीन सत्र (winter session) की घोषणा के साथ ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है। वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह (DR Goving singh) ने सत्र की समय अवधि कम होने को लेकर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिन में जनता से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा ही नहीं हो पायेगी। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपनी नाकामी और भृष्टाचार छिपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार समय कम देकर अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है।

पिछले दिनों विधानसभा का सत्र बुलाये जाने के लिये राज्यपाल को पत्र लिखकर अनुरोध करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए विधानसभा के शीतकालीन सत्र की तीन दिन की अवधि पर आपत्ति जताई है। गौरतलब है कि संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए आज बताया कि शीत कालीन सत्र 28,29 और 30 दिसंबर तीन दिन चलेगा।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....