बाढ़ प्रभावितों के बीच पहुंचे प्रभारी मंत्री, अधिकारियों को निर्देश, एक भी चेहरे पर चिंता की लकीरें नहीं दिखें

ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट (tulsiram silawat) आज गुरुवार की सुबह के बीच पहुंचे। बाढ़ पीड़ितों से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है सरकार आपके साथ है।  प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हमारे प्रयास और सेवाएँ ऐसी हों, जिससे बाढ़ प्रभावित लोगों में भरोसा कायम हो और उनके चेहरे पर चिंता की लकीरें न रहें।प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देने के लिए कटिबद्ध है, इसलिए जरूरतमंदों को राहत देने में कोई ढिलाई न हो।

प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने डबरा जनपद पंचायत के अंतर्गत पिछोर में बनाये गए बाढ़ राहत शिविर में पहुँचकर बाढ़ प्रभावित परिवारों से भेंट की। इस शिविर में लिधौरा एवं उससे जुड़े दयादीन बाथम का डेरा के बाढ़ प्रभावित लोगों के अस्थाई आवास व भोजन की व्यवस्था की गई है। श्री सिलावट ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से भेंट कर उन्हें भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार को 50 किलोग्राम खाद्यान्न मुहैया कराएगी। साथ ही जिनके घर व अन्य संपत्ति को नुकसान पहुंचा है उसका सर्वे कराकर राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत आर्थिक राहत मुहैया कराई जाएगी।
इस अवसर प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने एसडीएम सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित हर परिवार को दो दिन के भीतर 50 किलोग्राम खाद्यान्न उपलब्ध कराने का प्रयास करें। साथ ही बाढ़ से हुए नुकसान के सर्वे का काम युद्ध स्तर पर पूरा करें, जिससे प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द राहत दी जा सके। श्री सिलावट ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुईं विद्युत लाइन और ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द दुरुस्तकर विद्युत सप्लाई बहाल करने पर भी विशेष बल दिया।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....