स्टॉक लिमिट को लेकर अब व्यापारी नाराज, इंदौर में दो दिवसीय हड़ताल शुरू

Atul Saxena
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इंदौर, आकाश धोलपुरे।  देशभर के मंडी व्यापारी जहां एक ओर मंगलवार को केंद्र सरकार के विरोध में हड़ताल करेंगे वहीं इंदौर में विरोध का बिगुल सोमवार को ही बजा दिया गया। दरअसल, यहां की छावनी अनाज मंडी और लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में सोमवार को सैकड़ों दलहन व्यापारियो ने केंद्र सरकार के विरोध में लामबंद होकर नारेबाजी भी की। बता दे कि शनिवार को ही इंदौर की दोनों मंडियों में सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान कर दिया गया था।

दरअसल, केन्द्र सरकार द्वारा दलहनों पर स्टाक लिमिट लागू किए जाने के विरोध में प्रदेश भर की मंडियों को दो दिनों तक बंद रखने का ऐलान किया गया था और आज इंदौर के छावनी अनाज तिलहन व्यापारी संघ स्टॉक लिमिट को केन्द्र सरकार के निर्णय को वापस लेने के लिए कड़ा विरोध प्रदर्शन किया। मंडी व्यापारियों का मानना है कि वर्तमान में मसूर को छोड़कर सभी दलहन समर्थन से नीचे बिक रहे हैं। ऐसी स्थिति में मूल्य केन्द्र सरकार द्वारा स्टाक लिमिट लगाने का निर्णय लेना ठीक नहीं है।

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इंदौर अनाज तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि स्टॉक लिमिट तय करने का औचित्य ही नही है क्योंकि वर्तमान में व्यापारी वैसे ही परेशान है,  ऐसे में स्टॉक लिमिट तय करने से व्यापार और व्यापारी बिखर कर रह जाएंगे। बता दे कि अकेले इंदौर कि दोनों मंडियों से प्रदेश सरकार को करोड़ो का राजस्व प्रतिदिन मिलता है जिसका नुकसान फिलहाल सरकार को भुगतना पड़ेगा वही कल यानी मंगलवार को व्यापारियों का ये आंदोलन देशव्यापी रहेगा।

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बहरहाल किसानों के बाद लामबंद हुए व्यापारियों का विरोध आख़िरकार किस हद तक जाएगा ये कहना अभी मुश्किल है लेकिन केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ अब दलहन व्यापारी भी लामबंद हो चुके है।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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