जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर Jabalpurमें प्रभावी लॉकडाउन के बाद भी वाहनों की आवाजाही हो रही थी इस दौरान आज मजदूरों से भरी बस अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना माढ़ोताल थाना के खजरी खिरिया गाँव की है,घटना के बाद तुंरत ही एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा सहित अन्य स्टाफ मौके पर पहुँचा और घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल (District Hospital) और जबलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल (Jabalpur Medical College Hospital)भेजा गया। दुर्घटना में 20 मजदूर घायल हो गए जिनमें से पांच की हालत नाजुक बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि सभी घायल मजदूर गोशलपुर के रहने वाले है जो बस में सवार होकर कछपुरा आ रहे थे उसी दौरान हादसा हो गया। दुर्घटना में मजदूर इमरत लाल कोल उम्र 22 वर्ष, विनोद केवट उम्र 28 वर्ष, शीतल प्रसाद केवट उम्र 60 वर्ष, मनोहर साहू उम्र 62 वर्ष, दिलीप पटेल उम्र 37 वर्ष, गोलू कोल उम्र 30 वर्ष, जय किशोर केवट उम्र 24 वर्ष, राज केवट उम्र 20 वर्ष, छोटे कोल उम्र 45 वर्ष, सोमनाथ कोल उम्र 32 वर्ष, विजय कोल उम्र 23 वर्ष, विनय केवट उम्र 30 वर्ष, नोखेलाल केवट्र उम्र 53 वर्ष, दिलीप कोल उम्र 24 वर्ष, विक्रम केवट उम्र 33 वर्ष, सुखलाल केवट उम्र 38 वर्ष, लक्ष्मण कोल उम्र 19 वर्ष, सुरेन्द्र कोल उम्र 21 वर्ष, आनंद केवट उम्र 23 वर्ष, सोनू केवट उम्र 24 वर्ष घायल हुए हैं।
घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जहां घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया तो वहीं बस चालक के खिलाफ लापरवाहीपूर्वक बस चलाने का मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि बस क्रमांक एमपी 20 पीए 0807 में गोसलपुर से मजदूर बैठकर कछपुरा जबलपुर आ रहे थे खजरी खिरिया बाईपास पर बस अनिंयत्रित होकर पलट गयी।
एसपी भी पहुँचे मौके पर
माढ़ोताल थाना के खजरी खिरिया बाईपास रोड पर बस के पलटने एवं लोगों के घायल होने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा (SP Jabalpur Siddharth Bahuguna) सहित थाना प्रभारी गोहलपुर आर.के. गौतम, थाना प्रभारी अधारताल शैलेष मिश्रा, थाना प्रभारी माढेाताल रीना पाण्डे शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय/नगर पुलिस अधीक्षक गढा तुषार सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल अशोक तिवारी, तत्काल मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुँचाया।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....