मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए यह क्या बोल गए पूर्व मंत्री, मचा हड़कंप

Kashish Trivedi
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जबलपुर, संदीप कुमार। नए साल की शुरुआत से ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) एक्शन में नजर आ रहे हैं। लगातार माफिया पर एक्शन लेने के साथ ही साथ सीएम शिवराज कार्य में लापरवाही बरतने वाले अफसर तक की छुट्टी करते नजर आ रहे है। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के माफियाओं को सख्त मध्य प्रदेश छोड़ने की हिदायत देते हुए कहा है कि अगर माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो उनके खिलाफ गंभीर एक्शन लिया जाएगा। जिसके बाद अब पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता तरुण भनोट (Tarun Bhanot) ने सीएम शिवराज (CM Shivraj) के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता का कहना है कि प्रजातंत्र में ऐसे शब्द का इस्तेमाल बेहद गंभीर है जैसा आजकल सीएम शिवराज कर रहे हैं।

सीएम शिवराज सिंह के बयान गाड दूंगा-टांग दूंगा-लटका दूंगा बयान पर हमला बोलते हुए पूर्व वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोट ने कहा है कि मुख्यमंत्री के ये तमाम शब्द है। जिनका प्रजातंत्र में इस्तेमाल नही होना चाहिए। उनका वो उपयोग कर रहे है। आमजन में सीएम के द्वारा बोले गए हर शब्द जनता के बीच दहशत पैदा करते है। सरकार का काम होता है जो दहशत पैदा कर रहे हो। उनको पकड़ने का न कि स्वयं लोगो के बीच इस तरह की बाते कर दहशत पैदा करने का।

सीधी में भी महिला के साथ गैंगरेप की हुई घटना पर बोले तरुण भनोट

वहीँ सीधी में विधवा महिला से हुए कुकृत्य मामले में बोलते हुए तरुण भनोट ने कहा की पुलिस मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराध को रोकने में नाकाम हो रही। पुलिस को मध्य प्रदेश सरकार राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। यही वजह है कि इन दिनों अपराध चरम सीमा में है और लागातर अपराध बढ़ रहा है।

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हर राजनीतिक नेता चाहता है कि मेरा थानेदार, मेरा पुलिस अधिकारी हो मेरी जगह पर तैनात

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि आज जिस तरह की राजनीति प्रदेश में सामने हो रही है। इसे सभी नेताओं को छोड़ना चाहिए। जिससे कि आमजन का भला हो। आज प्रदेश की पुलिस जनता के लिए राजनेता के लिए काम कर रही है। चाहे मंत्री हो या विधायक। वो चाहता है कि मेरा पुलिस अधिकारी मेरे पास हो।

मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि अगर अपराध मिटाना है तो फिर नेता को पुलिस के प्रति अपना मोह त्यागना चाहिए। हाल ही में जिस तरह की सीधी जिले में एक विधवा महिला से सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है। वह बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों के राजनीतिक संरक्षण के चलते ही ये घटना हो रही है और आरोपी गिरफ्त से बाहर है। उन्होंने कहा कि अगर हर राजनेता यह कहना बंद कर दें कि मेरा थानेदार- मेरा पुलिस अधिकारी मेरे ही कहे अनुसार जगह पर तैनात हो तो निश्चित रूप से इससे आमजन का भला होगा साथ ही अपराध में भी कमी आएगी।


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