नई दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की तीन दिवसीय बैठक खत्म हो गई है, मगर आरबीआई की मौद्रिक नीति की घोषणा से पहले ही बैंकों ने ब्याज दरों (bank interest rate increased) को बढ़ाना शुरू कर दिया है। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक के साथ केनरा बैंक और करुर वैश्य बैंक ने ब्याज दरों में इजाफा किया है। एचडीएफसी बैंक और केनरा बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट (MCLR) में 0.35 फीसदी और 0.05 फीसदी का इजाफा किया है। वहीं, करुर वैश्य बैंक ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट्स (BPLR) को 0.40 फीसदी तक बढ़ाया है।
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आपको बता दें कि HDFC ने एक माह में चौथी बार Home Loan Interest Rate में बढ़ोतरी की है। पिछले महीने में ये चौथी बार है साथ ही बैंक ने अपना आरपीएलआर बढ़ाया है। मई माह में दो बार में कुल 35 बेसिस प्वाइंट ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी। इसके बाद एक जून को 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी और अब MCLR में 0.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी 7 जून से कर दी गई है।
गौरतलब है कि केनरा बैंक की ओर से 6 महीने के लोन का एमसीएलआर रेट बढ़ाकर 7.30 फीसदी से बढ़ाकर 7.35 फीसदी कर दिया है जबकि एक साल के लोन पर ब्याज दर को 7.35 से बढ़ाकर 7.40 फीसदी कर दिया है। वहीं, करुर वैश्य बैंक ने बीपीएलआर रेट को बढ़ाकर 0.4 फीसदी बढ़ाकर 13.75 फीसदी कर दिया है।
क्या होता है MCLR
MCLR एक न्यूनतम ब्याज दर है, जिस पर बैंक उधार दे सकता है। बैंकिग टर्म्स में एमसीएलआर (MCLR) यानि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट होता है, इस रेट (MCLR) को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तय की गई एक पद्धति है जो कॉमर्शियल बैंक्स द्वारा ऋण पर ब्याज दर तय करने के लिए इस्तेमाल की जाती है।