Adani shares continue to fall heavily : एशिया और भारत के सबसे रईस एवं दुनिया के चौथे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) को एक विदेशी नेगेटिव रिपोर्ट ने तगड़ा झटका दिया है, रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के लिस्टेड शेयरों ने करोड़ों रुपये गंवा दिए, पिछले दो दिनों की केवल बात की जाये तो अडानी ग्रुप के शेयरों की वैल्यू 2.37 लाख करोड़ रुपये कम हो चुकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी कंपनी की रिपोर्ट सामने आने के बाद 24 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप ने एक ही झटके में 6 अरब डॉलर रुपये का तगड़ा झटका खाया, हालाँकि अडानी ग्रुप ने रिपोर्ट जारी करने वाली विदेशी कंपनी के खिलाफ आरपार की क़ानूनी लड़ाई का एलान किया है।
अडानी ग्रुप के शेयरों में जारी है गिरावट
अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई, बुधवार को कंपनी ने करीब 1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेला, इसके बाद से कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है, आज कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को भी अडानी ग्रुप के शेयरों में बिकवाली जारी है, पिछले दो दिनों की बात की जाये तो अब तक अडानी ग्रुप के लिस्टेड शेयरों की मार्केट वैल्यू 2.37 लाख करोड़ रुपये कम हो चुकी है यानी कंपनी को इतना घाटा हो चुका है।
अडानी ग्रुप के ये शेयरों को हुआ है भारी नुकसान
रिपोर्ट का इतना असर हुआ है कि जिनके पास अडानी ग्रुप के शेयर हैं वे उन्हें जल्दी से जल्दी बेचना चाहते हैं, कंपनी के 10 शेयर रेड जोन में दिखाई दे रहे हैं। मार्केट की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अडानी एंटरप्राइजेज जो अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी है उसका शेयर आज 27 जनवरी 2023 शुक्रवार को एनएसई (NSE) पर 8.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3105.95 के स्तर पर आ गया है। अडानी की गैस का शेयर प्राइस NSE पर लगभग 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,928 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। अडानी पावर के शेयर में 5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है और यह शेयर 247.95 के स्तर पर है। अडानी ट्रांसमिशन के शेयर आज 27 जनवरी 2023 शुक्रवार को एनएसई पर 19.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2022.10 के स्तर पर ट्रेड कर रहे है। अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर 19.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14.92 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। अडानी विल्मर का शेयर में भी 5 प्रतिशत की गिरावट है और यह शेयर 516.85 के स्तर पर है और एनडीटीवी का शेयर 256.35 रुपये के स्तर पर है।
अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने दिया अडानी को झटका
अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने पिछले दिनों अडानी ग्रुप के खिलाफ एक नेगेटिव रिपोर्ट जारी की जिसने अडानी ग्रुप में उथल पुथल मचा दी और अडानी ग्रुप के शेयरों में सुनामी ला दी है। आपको बता दें कि हिंडनबर्ग एक फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स का विश्लेषण करती है, हिंडनबर्ग, किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाकर उस पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करती है और फिर उसे पब्लिश करती है, इनमें अकाउंटिंग में गड़बड़ी, मैनेजमेंट के स्तर पर खामियां और अनडिस्क्लोज्ड रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शंस जैसे विषयों पर विशेष तौर पर गौर किया जाता है।
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में उठाये ये सवाल
हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के प्रमुख नाथन एंडरसन हैं, नाथन एंडरसन की कंपनी हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के बारे में जारी की अपनी रिसर्च रिपोर्ट में जो दावा किया है उसमें अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों के लोन (Adani Group Debt) पर सवाल खड़े किए गए हैं. हिंडनबर्ग का दावा है कि ग्रुप की 7 प्रमुख कंपनियां जो शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं, उनमें 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं, हिंडनबर्ग ने अपनी रिसर्च की लेटेस्ट रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से 88 सवाल किए हैं।
अडानी ग्रुप की नेटवर्थ पर हो रहा असर
हिंडनबर्ग की रिसर्च रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में तूफ़ान आ गया, शेयर होल्डर घबरा गए है उनका विश्वास हिल रहा है, कंपनी के शेयरों में गिरावट का असर अडानी ग्रुप की नेटवर्थ पर भी पड़ा है , मार्केट रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप में 10 शेयरों का मार्केट कैप (MCap) 24 जनवरी को 19.20 लाख करोड़ रुपये था उसमें वो करीब 12 प्रतिशत गिरावट के साथ 16.83 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
अडानी ग्रुप ने दी सफाई, हिंडनबर्ग से लड़ेगा क़ानूनी लड़ाई
हिंडनबर्ग की इस निगेटिव रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों को लेकर उठाए गए सवालों के जबाव में अडानी ग्रुप ने अपनी सफाई दी है और रिसर्च फर्म को आड़े हाथों लिया है, 26 जनवरी को अडानी ग्रुप की ओर से एक स्टेटमेंट (Adani Group Statement) जारी करते हुए हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी लड़ाई की तैयारी की बात कही गई है, स्टेटमेंट में कहा गया है कि कि ये दुर्भावना से ग्रसित रिपोर्ट है, गलत और निराधार सूचनाओं पर आधारित ये रिपोर्ट बदनाम करने की एक दुर्भावनापूर्ण साजिश है, इसके प्रकाशित होने के बाद हमारे शेयरहोल्डर्स और इन्वेस्टर्स के सेंटिमेंट पर प्रतिकूल असर हुआ है, इसके असर के चलते ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट लगातार जारी है, हम इसका क़ानूनी तरीके से जवाब देंगे।