Interim budget: 1 फरवरी 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में सरकार ने अंतरिम बजट पेश करने की तैयारी कर ली है, जिसमें सरकार के व्यय, राजस्व, राजकोषीय घाटा, वित्तीय प्रदर्शन आदि के अनुमान शामिल होंगे। यह बजट निर्वाचनों से पहले होने के कारण अंतरिम है, लेकिन इसमें विभिन्न क्षेत्रों में निवेश और विकास को बढ़ावा देने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि अंतरिम बजट होने के कारण इसमें सरकार आम तौर पर अगली सरकार पर बोझ डालने वाली कोई भी बड़ी नीतिगत घोषणा पेश नहीं कर सकती है।
बुनियादी ढांचे पर फोकस:
वहीं जानकारी के अनुसार इस बार के बजट में सरकार का प्रमुख फोकस बुनियादी ढांचे पर होने की संभावना है। जैसे की सड़क, रेलवे, हवाईअड्डे, और शहरी बुनियादी ढांचे में विकास के लिए आवंटन में वृद्धि की जा सकती है। बुनियादी ढांचे से जुड़े क्षेत्रों में निर्माण, सीमेंट, और इस्पात सेक्टर को सरकारी खर्च में बढ़ोतरी से फायदा हो सकता है।
रक्षा में स्वदेशीकरण:
साथ ही बजट में रक्षा निर्यात को बढ़ावा मिल सकता है और स्वदेशीकरण के प्रति अधिक ध्यान दिया जा सकता है। रक्षा पूंजीगत व्यय में सालाना 5-8% की वृद्धि होने की उम्मीद है, और अनुसंधान, विकास, यूएवी/ड्रोन, और एंटी-ड्रोन सिस्टम में निवेश किया जा सकता है। वहीं उच्च आवंटन के साथ रक्षा पूंजीगत व्यय में सालाना 5-8% की वृद्धि होने की उम्मीद है
ग्रामीण खर्च की वृद्धि:
जानकारी के मुताबिक इस बार के बजट में ग्रामीण खपत को बढ़ावा देने से निवेश के साथ-साथ विवेकाधीन खर्चों को भी समर्थन मिल सकता है। ग्रामीण-केंद्रित दोपहिया वाहनों को लाभ हो सकता है और नौकरियों में भी वृद्धि हो सकती है। अंतरिम बजट में नौकरियों में भी वृद्धि पर सरकार की नजरे रह सकती है।