रेपो रेट में कटौती होने के बाद एक और बैंक ने लोन के ब्याज दरों (Loan Interest Rates) में कमी लाई है। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की है। नए रेट शनिवार को तत्काल प्रभाव से लागू हो चुकें हैं। इस बात की घोषणा ने बैंक ने शनिवार को की। इस फैसले का असर पर्सनल, होम होन, व्हीकल लोन इत्यादि पर पड़ेगा। ईएमआई का बोझ कम होगा।
संशोधन के बाद आरएलएलआर घटकर 8.85% हो चुका है। हालांकि बैंक ने एमसीएलआर दरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। बता दें कि आरबीआई ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 25 बीपीएस की कटौती की है। वर्तमान में दरें 6% है।

एमसीएलआर दरें कितनी है?
इंडियन ओवरसीज बैंक ने फरवरी 2025 में ही एमसीएलआर को भी अपडेट किया था। वर्तमान में ओवरनाइट मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स लेंडिंग रेट 8.25% है। 1 साल के लिए दरें 9.10% है। एक महीने के लिए एमसीएलआर 8.50%, 3 महीने के लिए 8.65% और 6 महीने के लिए 8.95%है। वहीं 2 साल के लिए रेट 9.10% और तीन साल के लिए 9.15%% है। वहीं रेस्ट रेट 10% है, जिसे 15 अगस्त 2024 को अपडेट किया गया था।
क्या एफडी रेट्स में भी हुआ बदलाव?
रेपो दरों में बदलाव का सीधा असर लोन और एफडी पर पड़ता है। इंडियन ओवरसीज बैंक ने लेंडिंग रेट्स में बदलाव तो किया है लेकिन एफडी दरें अपरिवर्तित हैं। 7 दिन से लेकर 3 साल या इससे अधिक के टेन्योर पर सामान्य नागरिकों को 4% से लेकर 7.30% तक रिटर्न मिल रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को सभी टेन्योर पर 0.50% एक्स्ट्रा ब्याज मिल रहा है, उनके लिए ड्रेब 4.50% से लेकर 8.20% है। सबसे ज्यादा ब्याज 444 दिन के स्पेशल टेन्योर पर मिल रहा है। 30 से 45 दिन के टेन्योर पर 4.50% और 91 से 120 दिन के एफडी पर 4.75% तक रिटर्न मिल रहा है। इसमें 3 करोड़ रुपये से कम का निवेश कर सकते हैं। टैक्स सेवर एफडी पर 6.50% ब्याज बैंक ऑफर कर रहा है।