नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। एक बार फिर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रेपो रेट में वृद्धि कर सकता है। वहीं खुदरा महंगाई में पिछले तीन महीनों से गिरावट देखी जा रही है। आरबीआई के इस फैसले का सीधा असर लोन लेने वाले ग्राहकों को होगा। रिपोर्ट की माने तो सितंबर तक आरबीआई रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि कर सकता है हाल ही में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 1.40 की वृद्धि की थी।
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आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति नीतिगत दरों में वृद्धि की रफ्तार को कम भी कर सकती है। डॉयचे बैंक ने यह अंदाजा लगाया है की आरबीआई रेपो रेट में चौथाई प्रतिशत की वृद्धि सितंबर करने वाली है। अगस्त में ही रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि आरबीआई ने की थी। जिसके बाद कई बैंकों ने लोन के ब्याज दरों और ईएमआई में इजाफा किया है।
हालांकि भी भारत में महंगाई लगातार 6 महीने से आरबीआई के संतोषजनक स्तर से 6% ऊपर ही बना हुआ है। वैश्विक स्तर पर नरमी के संकेत के बावजूद आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति में कोई बदलाव नहीं किए है। हालांकि आरबीआई ने पहले यह भी बयान दिया की महंगाई को काबू में लाने के साथ-साथ आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के इरादे से नरम नीतिगत रुख को वापस लेने पर भी नजर डाली जाएगी।