नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। एसबीआई यानि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank Of India) ने अपने अलग अलग लोन की ब्याज दरों (sbi interest rates) में इजाफा कर दिया है। इस फैसले के बाद सभी तरह की अवधि वाले होम, ऑटो और दूसरे लोन आम उपभोक्ताओं को महंगे पड़ेंगे। एसबीआई ने एमसीएलआर में दस आधार अंक का इजाफा किया है। ये फैसला एसबीआई ने तब लिया जब रिजर्व बैंक ने मौद्रिक समीक्षा में रेपो रेट को 4 प्रतिशत पर ही कायम रखने की घोषणा की है।
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इसका सीधा सा अर्थ ये है कि रिजर्व बैंक ने बैंकों को कर्ज देने की दरों में कोई चेंजेस नहीं किए हैं। इसके बाद भी एसबीआई ने अपने लोन की दरें बढ़ाने का फैसला किया है। इन दरों को एसबीआई ने 15 अप्रैल 2022 से अप्लाई भी कर दिया है. यानि जो लोग 15 अप्रैल या उसके बाद लोन ले रहे हैं उन्हीं बढ़ी ब्याज दरों पर लोन मिलेगा।
ये हैं नई दरें
नई दरों के तहत अब एक से तीन माह की ब्याज दरें 6.75 प्रतिशत, छह माह के लिए 7.05 प्रतिशत ब्याज दर होगी। एक साल का लोन लेने पर 7.10 प्रतिशत की ब्याज दर लगेगी। दो साल के लिए 7.30, तीन साल के लिए 7.30 फीसदी की दर से ब्याज अदा करना होगा। याद दिला दें इससे पहले बैंक ऑफ बड़ौदा भी ब्याज दर में वृद्धि कर चुका है।
बैंक ने शेयर बाजार को इस बात की जानकारी दी कि उसने एमसीएलआर की समीक्षा को मंजूरी दे दी है। ये दरें लागू भी हो चुकी हैं। स्टेट बैंक देश के बड़े बैंकों में से एक है, जो होम लोन और ऑटो लोन के मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी रखता है। इस बैंक इन लोन्स में 33 से 45 फीसदी तक की हिस्सेदारी मानी जाती है। ये माना जा रहा है कि एसबीआई के इस फैसले के बाद अब दूसरे बैंक भी अपनी ब्याज दरों में जल्द इजाफा कर सकते हैं।