Interim budget: आज यानी 1 फरवरी को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद भवन में 2024-25 के लिए बजट पेश करने जा रही है। आपको जानकारी दे दें की यह बजट लोकसभा चुनाव से पहले पेश हो रहा है इसीलिए इस बजट की विशेषता यह है कि यह अंतरिम बजट है, जिसके बाद अगला बजट चुनाव के बाद जुलाई में प्रस्तुत किया जा सकता है। हालांकि देश को इस अंतरिम बजट के माध्यम से सरकार द्वारा वित्तीय स्थिति और प्राथमिकताएं साझा करने का एक मौका मिलेगा।
अंतरिम बजट में बड़े पॉलिसी चेंज की उम्मीद नहीं:
इस अंतरिम बजट में, सरकार को वित्तीय बदलाव करने की बड़ी छूट नहीं हो सकती, क्योंकि यह एक अंतरिम बजट है और इसमें कोई बड़ी घोषणाएं नहीं की जा सकती हैं। लेकिन संविधान सरकार को इस अंतरिम बजट में टैक्स रिजीम में बदलाव करने की शक्ति देता है। देखना होगा इस ताकत का इस्तेमाल बजट में किया जाता है की नहीं?
इस बार के बजट में 3 महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं –
किसान सम्मान निधि में मिलने वाली रकम को 6,000 रुपए से बढ़ाकर 8,000 रुपए करा जा सकता है। वहीं इस बजट में सेक्शन 80C के तहत मिलने वाली टैक्स छूट को बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए किया जा सकता है। बड़ी घोषणाओं में आयुष्मान भारत योजना के तहत बीमा कवर को 10 लाख रुपए तक बढ़ाया जा सकता है।
बजट, एक देश के सालाना वित्त लेखा-जोखा को स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जिससे सरकार अपनी कमाई और खर्च की योजना बनाती है और विभिन्न क्षेत्रों में धन का निर्वहन करती है। यह अंतरिम बजट स्थानीय चुनावों के बाद और नई सरकार बनने के पश्चात, पूर्ण बजट की घोषणा करने के लिए एक अवसर होता है, जो देश को अगले वित्त वर्ष के लिए तैयार करता है।*