यूपीआई के जरिए लेनदेन करने वालों के लिए बड़ी अपडेट सामने आई है। 1 अगस्त से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के सिस्टम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। यदि आप फोनपे, पेटीएम और गूगल पे जैसे एप्स का इस्तेमाल करते हैं तो नए नियमों की जानकारी आपको होनी चाहिए। यह कदम एनपीसीआई ने यूपीआई को फास्ट और सुरक्षित बनाने के लिए उठाया गया है। कई सेवाओं पर लिमिट लगने वाली है।
अगले महीने यूपीआई से जुड़े चार नए नियम लागू होने जा रहे हैं। बैंक डिटेल्स और अकाउंट बैलेंस चेक करने के लिए लिमिट लगाई गई है। ऑटोपे से जुड़े बदलाव भी होने वाले हैं। बार-बार ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक करने वालों को भी झटका लग सकता है। बता दें सेवाओं पर लिमिट लगने से सिस्टम पर प्रेशर कम होगा। ट्रांजैक्शन अटकने/फेल होने और पेमेंट में देरी होने वाली समस्याएं भी कम होंगी।
ट्रांजैक्शन लिमिट के लिए 3 नए नियम
ग्राहक मोबाइल नंबर से लिंक्ड खातों की जानकारी दिन में सिर्फ 25 बार ही देख पाएंगे। इससे सिस्टम में होने वाला ट्रैफिक कम होगा। अगले महीने से यूपीआई यूजर्स एक दिन में गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे ऐप पर एक दिन में सिर्फ 50 बार अकाउंट बैलेंस को चेक कर पाएंगे।
ऑटो-पे में भी बदलाव
अब अलग-अलग प्लेटफॉर्म के लिए ऑटो-पेमेंट के लिए स्नेलॉट तय होगा। यूपीआई के जरिए अब सब्सक्रिप्शन-बेस्ड ऑटो-पेमेंट पर सिर्फ नॉन पीक टाइम में ही प्रोसेस किए जाएंगे।मतलब सुबह 10:00 बजे से पहले, दोपहर 1:00 से शाम 5:00 के बीच और रात 9:00 के बाद ही इस सुविधा का लाभ मिलेगा।
सितंबर में लागू होगा ये नियम
बीते कुछ महीनों में यूपीआई से जुड़े कई बदलाव हो चुके हैं। अब सरकार 1 सितंबर 2025 से भी नया नियम लागू करने जा रही है। उपयोगकर्ता यूपीआई के जरिए गोल्ड लोन, बिजनेस लोन और एचडी की रकम को भी भेज पाएंगे। यूजर्स को लोन अकाउंट को यूपीआई अकाउंट से जोड़ने की अनुमति दी गई है। सर्विस प्रोवाइडर एप्स को 31 अगस्त 2025 से पहले इन नियमों को लागू करने का निर्देश भी दिया गया है।





