मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित ‘लियोनेल मेसी GOAT टूर 2025’ के दौरान एक ऐतिहासिक पल तब विवाद में बदल गया, जब भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान सुनील छेत्री की मौजूदगी पर सवाल उठने लगे। इस कार्यक्रम में सुनील छेत्री ने वैश्विक फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी से मुलाकात की, लेकिन जिस अंदाज में उन्हें पेश किया गया, उसने सोशल मीडिया पर एक तीखी बहस छेड़ दी है।
दरअसल, यह मुलाकात एक प्रदर्शनी मैच के बाद हुई। मैदान पर जब खिलाड़ी और मेहमान मेसी से मिलने के लिए कतार में खड़े थे, तब सुनील छेत्री भी वहां मौजूद थे। दोनों दिग्गजों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया और गले मिले। इस दौरान मेसी ने छेत्री को अपनी साइन की हुई अर्जेंटीना की जर्सी भेंट की। स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने इस पल का गवाह बनते हुए जमकर तालियां बजाईं।
जर्सी पहनने पर क्यों भड़के फैंस?
विवाद की मुख्य वजह सुनील छेत्री का पहनावा बना। इस इवेंट में छेत्री एक ऐसी टी-शर्ट पहने नजर आए जिस पर लियोनेल मेसी की तस्वीर छपी थी। जैसे ही इस मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, फैंस ने आयोजकों की आलोचना शुरू कर दी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर कई यूजर्स ने इस दृश्य पर आपत्ति जताई। आलोचकों का कहना है कि सुनील छेत्री भारत के सबसे सम्मानित फुटबॉलरों में से एक हैं और उन्हें किसी अन्य एक्टिव खिलाड़ी की जर्सी पहनाना सही नहीं था। कई लोगों ने इसे ‘अपमानजनक’ करार दिया और तर्क दिया कि भारतीय सरजमीं पर आयोजित कार्यक्रम में छेत्री के कद को कम करके आंका गया।
‘साथी खिलाड़ी या सिर्फ एक फैन?’
आलोचना करने वालों ने इस बात पर जोर दिया कि कार्यक्रम में मौजूद अन्य हस्तियां, जिनमें बॉलीवुड अभिनेता, राजनेता और क्रिकेटर शामिल थे, सामान्य कपड़ों में नजर आए। वहीं, सुनील छेत्री को एक समर्थक (Supporter) की तरह पेश किया गया, न कि एक peer खिलाड़ी की तरह। एक यूजर ने इसे ‘अनावश्यक’ बताते हुए कहा कि यह एक भारतीय खेल आइकन का अपमान था।
फैंस ने सुनील छेत्री के अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड्स की याद दिलाते हुए कहा कि वे सक्रिय अंतरराष्ट्रीय गोल स्कोरर की सूची में मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ शीर्ष स्थान साझा करते हैं। ऐसे में उन्हें बराबर का सम्मान मिलना चाहिए था।
म्यूचुअल एक्सचेंज की उठी बात
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने सुझाव दिया कि यह मुलाकात अधिक सम्मानजनक हो सकती थी। उनका कहना था कि सिर्फ मेसी द्वारा जर्सी गिफ्ट करने के बजाय, दोनों खिलाड़ियों के बीच जर्सी की अदला-बदली (Mutual Exchange) होनी चाहिए थी। कुछ लोगों ने इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि वे भारतीय फुटबॉल फैंस की भावनाओं को समझने में विफल रहे।
फिलहाल, इस पूरे विवाद पर न तो इवेंट के आयोजकों और न ही किसी खिलाड़ी की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया है। यह घटना इस बात पर बहस का विषय बन गई है कि वैश्विक मंचों पर भारतीय खेल दिग्गजों को किस तरह प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
I don’t understand what was the need to disrespect our greatest footballer by forcing him to wear the jersey with a picture of another active footballer. This was a very shameless act by whoever planned it. Actors, politicians and cricketers were all wearing casual outfits, but… pic.twitter.com/OdTozL0m7D
— 𝐊𝐨𝐡𝐥𝐢𝐧𝐚𝐭!𝟎𝐧_👑🚩 (@bholination) December 14, 2025





