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Wed, Dec 17, 2025

अब BA LLB के बाद NLU से कर सकेंगे LLM और PhD, यहां जानें पूरी जानकारी

Written by:Rishabh Namdev
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क्या आप भी LLM करने का सपना देख रहे हैं? यदि ऐसा है तो आपके लिए यह महत्वपूर्ण खबर हो सकती हैं। दरअसल अब RPNLU ने BA LLB के बाद छात्रों को LLM और PhD कोर्सेज में एडमिशन देने की घोषणा की है।
अब BA LLB के बाद NLU से कर सकेंगे LLM और PhD, यहां जानें पूरी जानकारी

डॉ. राजेंद्र प्रसाद नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RPNLU) द्वारा शैक्षणिक सत्र 2025-26 से BA LLB के बाद छात्रों को LLM और PhD कोर्सेज में दाखिले का अवसर प्रदान करने की बड़ी घोषणा की गई है। दरअसल जो उच्च शिक्षा और विधि अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, यह कदम उन छात्रों के लिए लिया गया है।PhD के लिए 3 सीटें और LLM के लिए 10 सीटें निर्धारित की गई हैं।

जानकारी दे दें कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली CLAT परीक्षा के माध्यम से LLM में प्रवेश के लिए चयन किया जाएगा, जबकि PhD में प्रवेश का निर्णय विश्वविद्यालय स्तर पर किया जाएगा। PhD प्रोग्राम के लिए RPNLU ने 3 सीटें निर्धारित की हैं। PhD में प्रवेश की प्रक्रिया विश्वविद्यालय द्वारा संचालित की जाएगी और इसके लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन होगा। बता दें कि PhD करने वाले छात्रों को अनुसंधान के क्षेत्र में ज्ञान और योगदान का मौका दिया जाएगा।

जानिए कितना लगेगा कुल शुल्क?

दरअसल RPNLU में प्रवेश शुल्क, ट्यूशन फीस, सेमेस्टर शुल्क और सुरक्षा जमा राशि को शामिल करने के बाद दो साल की अवधि वाले LLM कोर्स की कुल फीस 4.41 लाख रुपये होगी। वहीं प्रवेश शुल्क प्रति वर्ष 12,000 रुपये (दो साल में कुल 24,000 रुपये) है, जबकि ट्यूशन फीस प्रति वर्ष 1.40 लाख रुपये (दो साल में कुल 2.80 लाख रुपये) है। इसके साथ ही सेमेस्टर शुल्क 30,000 रुपये प्रति सेमेस्टर (कुल 1.20 लाख रुपये) निर्धारित की जा चुकी है। स्टूडेंट्स को 17,000 रुपये की सुरक्षा राशि जमा करनी होगी, जिसे कोर्स पूरा होने पर कॉलेज द्वारा वापस भी कर दिया जाएगा।

यहां समझें LLM की 10 सीटों का गणित

जानकारी के अनुसार LLM की 10 सीटों में से 4 अनारक्षित रखी गई हैं। बाकी सीटों का आरक्षण देखें तो OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए 3 सीटें, EWS के लिए 1 सीट और SC (अनुसूचित जाति) के लिए 2 सीटें। दरअसल यह आरक्षण केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार लागू किया जाता है ताकि सभी वर्गों के छात्रों को बराबर अवसर दिए जा सके।