भारत और देश के बाहर स्थित CBSE से सम्बद्ध सभी सम्बद्ध स्कूलों में प्रैक्टिकल परीक्षा की शुरुआत 1 जनवरी से होने वाली है। इसमें कक्षा 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स शामिल होंगे। अब विंटर बाउन्ड स्कूलों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षा/प्रोजेक्ट/इंटरनल असेस्टमेंट की तारीख घोषित कर दी गई है। कुछ क्षेत्रों में अधिक सर्दी पड़ने के कारण जनवरी में स्कूल बंद रहते हैं। जिसके कारण अन्य स्कूलों की तरह यहां जनवरी में परीक्षा आयोजित नहीं हो सकती है। इसलिए बोर्ड एक विशेष शेड्यूल ऐसे विद्यालयों के लिए जारी करता है।
नोटिस के मुताबिक सीबीएसई विंटर बाउंस स्कूलों के लिए सेशन 2025-26 के लिए प्रैक्टिकल एग्जामिनेशन 6 नवंबर से लेकर 6 दिसंबर के बीच आयोजित किया जाएगा। स्कूलों को कुछ जरूरी दिशा निर्देशों का पालन करने भी करना होगा। प्रैक्टिकल परीक्षा खत्म होने के बाद बोर्ड एग्जाम का आयोजन होगा। इस साल दसवीं और 12वीं की मुख्य परीक्षा 17 फरवरी से शुरू होने वाली है। विंटर बाउंड स्कूलों के लिए यही टाइम टेबल प्रभावी होगा।
इन छात्रों को प्रैक्टिकल एग्जाम में शामिल होने की अनुमति नहीं
सभी स्कूलों को उन उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिया है, जो प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल होने वाले हैं। जिन लोगों का नाम और डेटा ऑनलाइन LOC के दौरान जमा नहीं किया गया था, उन्हें प्रैक्टिकल परीक्षा या प्रोजेक्ट या इंटरनल असेसमेंट में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीबीएसई ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह शेड्यूल केवल विंटर बाउंड स्कूलों के लिए जारी किया गया है। रेगुलर सेशन स्कूलों पर यह नियम लागू नहीं होगा।
इन बातों का भी ख्याल रखना होगा
कक्षा दसवीं का इंटरनल असेसमेंट एक ही बार में आयोजित किया जाएगा। इसलिए सभी उम्मीदवारों के लिए का स्कोर निर्धारित समय के भीतर स्कूलों को भरना होगा। इसके अलावा एक्सटर्नल परीक्षक और ऑब्ज़र्वर की नियुक्ति के लिए क्षेत्रीय कार्यालयों को संपर्क करने को भी कहा गया है। इसके अलावा विद्यालयों को यह भो सुनिश्चित करना होगा कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं निर्धारित शेड्यूल के भीतर ही आयोजित हो। साथ ही सही समय पर रीजनल ऑफिस को आंसर बुक भी भेजना होगा।
LOC डेटा में सुधार का मौका
सीबीएसई ने 13 अक्टूबर को ही LOC विवरण में सुधार के लिए पोर्टल एक्टिव कर दिया है। यह सुविधा 27 अक्टूबर 2025 तक उपलब्ध रहेगी। स्कूलों को हाल ही में नोटिस जारी किया गया था। अभिभावकों, छात्रों और स्कूलों नाम, माता -पिता का नाम, जन्मतिथि और विषय की जानकारी सही-सही दर्ज हो, यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है। इसी के आधार पर उम्मीदवारों के लिए बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा। एलओसी में दिए गए विषयों की परीक्षा में ही शामिल होने की अनुमति होगी।





