CBSE Practical Exam: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकन्डेरी एजुकेशन प्रैक्टिकल परीक्षा को लेकर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। बोर्ड द्वारा छात्रों को अधिक अंक देने वाले स्कूलों की जांच होगी। प्रायोगिक परीक्षा में पाया गया कि ऐसे कई स्कूल हैं, जहां परीक्षा के दौरान गलत किया गया। बारहवीं के विद्यार्थियों को 30 में से 29 अंक दिए हैं। वहीं 10वीं की प्रायोगिक परीक्षा में छात्रों को 20 में 19 या 18 अंक दिए गए। इतना ही नहीं स्कूलों में एक्सटर्नल के साथ मिली भगत भी की गई। इन सभी मुद्दों पर बोर्ड जांच करेगा।
जांच के दौरान कोई भी गड़बड़ी पाने पर गलत करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई भी होगी। सीबीएसई ने देश भर में ऐसे कई स्कूलों को चिन्हित किया है, जिन्होनें प्रैक्टिकल परीक्षा का आयोजन किये बिना ही छात्रों को अंक दे दिए। स्कूलों ने बोर्ड को मापदंडों के मुताबिक परीक्षा के फोटोज और वीडियोज़ नहीं भेजे हैं।
बिहार में ऐसे 433 स्कूलों को चिन्हित किया गया है। इस मामले में पहली बार सीबीएसई बोर्ड ने प्रायोगिक परीक्षा पर निगरानी करने के लिए वीडियो को अपलोड करने का निर्देश भी स्कूलों को दिया था। लेकिन भेजे गए वीडियो भी बोर्ड ने मापदंडों से अलग पाए गए हैं। इसलिए बिना परीक्षा औपचारिकता करते हुए अंक देने वाले और परीक्षा में गलत करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई होगी।