CUET UG 2024: बड़ी खबर, सीयूईटी यूजी में हुआ बड़ा बदलाव, खत्म होगी सामान्यीकरण प्रणाली, UGC अध्यक्ष ने किया ऐलान

यूजीसी अध्यक्ष ने सीयूईटी यूजी से Normalisation System खत्म करने की घोषणा कर दी है। परीक्षा का आयोजन इस साल 15 मई से 21 मई के बीच होगा।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
cuet ug 2024

CUET UG 2024 Update: कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट-स्नातक को लेकर बड़ी अपडेट आई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सीयूईटी से संबंधित बड़ी घोषणा की है। इस साल परीक्षा से सामान्यीकरण प्रणाली (Normalisation System) को खत्म हो जाएगा। इस बात की जानकार यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने दी है। इतना ही नहीं यूजीसी नेट से भी सामान्यीकरण प्रणाली को खत्म करने का निर्णय लिया गया है।

यूजीसी अध्यक्ष ने क्या कहा?

यूजीसी नेट और सीयूईटी यूजी परीक्षा को लेकर यूजीसी अध्यक्ष ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा, “इस बार दोनों ही परीक्षा सिंगल शिफ्ट में आयोजित होगी। इसलिए अंको का नॉर्मलाइजेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी।” बता दें कि इससे पहले छात्रों ने भी इस प्रणाली को लेकर आपत्ति जताई है। उनका मानना है कि इस सिस्टम का प्रभाव परीक्षा में परफॉर्मेंस पर भी पड़ता है।

क्या है सामान्यीकरण प्रणाली?

सामान्यीकरण प्रणाली के तहत कई शिफ्टों में आयोजित एक ही विषय की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के अंकों की गणना की जाती है। इसका इस्तेमाल कई पालियों में उपस्थित होने वाले छात्रों के अंकों की तुलना और विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। उम्मीदवारों के स्कोर में इस तरह से संशोधन किया जाता है, जिससे विभिन्न पालियों में शामिल छात्रों के अंक तुलनीय हो सके। इस प्रक्रिया को उम्मीदवारों को समान अवसर प्रदान करने के लिए अपनाया गया है। ताकि विभिन्न पालियों में आयोजित एक ही विषय के परीक्षा के कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए स्कोर में बदलाव किया जा सके।

15 मई से शुरू होगी सीयूईटी यूजी परीक्षा

सीयूईटी यूजी परीक्षा का आयोजन इस साल 15 मई से 21 मई के बीच होगा। पहली बार एग्जाम केवल 7 दिनों में समाप्त होंगे। परीक्षा में प्राप्त स्कोर के आधार पर छात्रों का दाखिला बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, जेएनयू, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, विश्व भारती यूनिवर्सिटी और अन्य  केंद्रीय विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालय और प्राइवेट यूनिवर्सिटी और डीम्ड यूनिवर्सिटी में होगा।

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News