मई में NEET UG परीक्षा, नया होगा पैटर्न, अभ्यर्थी तैयारी के दौरान न करें ये 10 गलतियाँ, वरना बाद में होगा पछतावा, देखें खबर

नीट यूजी इस साल नए पैटर्न में होने जा रहा है। एक महीने से कम का समय बाकी है। ऐसे तैयारी अच्छे से होनी चाहिए। इस दौरान छात्रों को कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। आइए जानें क्या न करें?

नीट यूजी परीक्षा 4 मई से शुरू हो सकती है। इस साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET UG 2025) के पैटर्न में कई बदलाव किए हैं। समय को भी घटाया गया है। एनटीए ने कोविड-19 के दौरान शुरू की गई सुविधाओं को बंद करने का फैसला लिया है। जिसका प्रभाव अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर पड़ सकता है। इसलिए तैयारी भी बेहतर तरीके से करना जरूरी है। इस बदलावों की जानकारी जरूर होनी चाहिए।

परीक्षा में एक महीने से भी कम का समय बाकी है। छात्रों ने तैयारी भी शुरू कर दी है। इस दौरान कुछ गलतियों को करने से बचना जरूरी होता है। ताकि आप एग्जाम में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकें। सबसे पहले तो पूरे सिलेबस को समझ लें। इसके बिना कुछ भी पढ़ना व्यर्थ जा सकता है। आइए जानें क्या करें और क्या न करें?

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एनसीईआरटी की किताबों को न करें इग्नोर 

कई छात्र एनसीईआरटी की किताबों को नजरअंदाज  कर देते हैं। जो उनके लिए सबसे बड़ी गलती साबित हो सकती है। ज्यादातर प्रश्न बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री के एनसीईआरटी की बुक से ही पूछे जाते हैं। इन किताबों में कई महत्वपूर्ण टॉपिक और प्रश्न होते हैं। जिसे अच्छे से पढ़ना काफी जरूरी होता है।

इन गलतियों को करने से बचें

  • अलग-अलग रिसोर्सेस के जरिए पढ़ना भी गलत साबित हो सकता है। इसे कन्फ्यूजन पैदा होता है। डाउट या कांसेप्ट को क्लियर करने में परेशानी होती है।
  • परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को जरूर सॉल्व करें। इससे आपको एग्जाम पैटर्न को समझने में मदद मिलेगी। एक्यूरेसी भी बेहतर होगी।
  • तैयारी के दौरान भी टाइम मैनेजमेंट करना बहुत जरूरी होता है। ताकि आप सही समय पर सारा सिलेबस कवर कर पाएं। कई छात्रों को नॉलेज तो होता है लेकिन समय का सही से प्रबंधन करने टॉपिक और कई प्रश्न छूट जाते हैं।
  • आप जो भी पढ़ रहे हैं उन्हें रेगुलर बेसिस पर रिवाइज करते रहें। वरना याद रखने में परेशानी होगी।
  • किसी भी टॉपिक या विषय को पढ़ते समय नोट्स या फ्लैश कार्ड बनाना ना भूलें। इससे आपको रिवीजन के दौरान मदद मिलेगी। साथ चीजें याद रखना भी आसान होगा।
  • कई छात्र परीक्षा की तैयारी के दौरान अपने कमजोरप्वाइंट को नजर अंदाज कर देते हैं और फोकस मजबूत प्वाइंट पर देते हैं। विषयों के महत्व को समझें और आपके कमजोर क्षेत्र को भी बेहतर करें।
  • नेगेटिव मार्किंग का विशेष महत्व होता है। आपकी छोटी सी गलती स्कोर को प्रभावित कर सकती है। तैयारी के दौरान इसे इग्नोर न करें।
  • कई छात्र बिना समझे याद करने की कोशिश करते हैं। यह तैयारी का गलत तरीका है। कॉन्सेप्ट को समझें फिर याद करें।
  • परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए मॉक टेस्ट जरूर दें। इसे स्किप करना बुरा साबित हो सकता है।

कैसा होगा पैटर्न?

नए पैटर्न के मुताबिक एग्जाम के लिए 3 घंटे यानी 180 मिनट का समय दिया जाएगा। इससे पहले उम्मीदवारों को 3 घंटे 20 मिनट का समय दिया जाता था। टाइम फ्रेम के कारण छात्रों को मुश्किलें हो सकती है। पेपर में पार्ट बी का ऑप्शन नहीं मिलेगा। सभी 180 प्रश्न अनिवार्य होंगे। पहले पार्ट बी के 15 में 10 प्रश्नों को सॉल्व करने की अनुमति होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। 180 प्रश्नों में 45-45 प्रश्न फिजिक्स और केमिस्ट्री और 90 प्रश्न बायोलॉजी से पूछे जाएंगे।


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Manisha Kumari Pandey

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